सेना के जवान का अपमान, अब बैंक ने दी इस पर प्रतिक्रिया
- ANH News
- 24 सित॰
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अपडेट करने की तारीख: 25 सित॰

हाल ही में सोशल मीडिया पर एक ऑडियो क्लिप तेजी से वायरल हो रही है, जिसमें एक महिला कथित तौर पर एक बैंक कर्मचारी होने के नाते एक व्यक्ति से अपमानजनक भाषा का प्रयोग करती सुनाई दे रही है। इस व्यक्ति को आर्मी का जवान बताया जा रहा है, जिससे महिला द्वारा की गई बातचीत में आपत्तिजनक और अपमानजनक टिप्पणियाँ सामने आई हैं। इस ऑडियो के सार्वजनिक होने के बाद लोगों में भारी गुस्सा और नाराजगी देखने को मिली है, क्योंकि एक सैनिक के प्रति इस तरह की भाषा का इस्तेमाल करना सामाजिक और नैतिक रूप से स्वीकार्य नहीं माना जा रहा है। हालांकि, विवाद बढ़ने के बाद बैंक ने खुद इस मामले में सफाई दी है।

वायरल हुए इस ऑडियो क्लिप में महिला को मुंबई के HDFC बैंक की लोन रिकवरी एजेंट बताया जा रहा है, जिसका नाम सोशल मीडिया पर अनुराधा वर्मा के तौर पर सामने आया है। बातचीत की शुरुआत से ही महिला शख्स से काफी तीखी और अनुचित भाषा में बात करती हुई सुनाई देती है। महिला अपने संवाद में उस शख्स से लगातार जवाब देने की उम्मीद जताती है और जब वह पैसे के हिसाब-किताब को लेकर सवाल उठाता है तो महिला उस पर गाली-गलौज करते हुए कहती है कि वह ‘गवार’ है, इसलिए उसे बॉर्डर पर भेजा गया है। इसके अलावा वह यह भी कहती है कि पढ़े-लिखे होते तो किसी अच्छी कंपनी में काम कर रहे होते। महिला की यह बातें न केवल अपमानजनक हैं, बल्कि सैनिक के सम्मान के लिए भी घोर आपत्तिजनक मानी जा रही हैं।
ऑडियो में महिला का रवैया बेहद घोर निंदनीय है, जिसमें वह न केवल जवान की बेइज्जती कर रही है, बल्कि बच्चों के विकलांग जन्म जैसी कुरीतियों तक की ओर इशारा करते हुए अपशब्दों का प्रयोग कर रही है। इस तरह की भाषा और अभद्रता ने सोशल मीडिया पर भारी विवाद खड़ा कर दिया है और लोग महिला के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करने लगे हैं। कई लोगों ने HDFC बैंक को टैग कर जवाब देने को कहा है और इस पूरे मामले को लेकर बैंक की जिम्मेदारी पर सवाल उठाए हैं। इंटरनेट यूजर्स का कहना है कि देश की सेवा में तैनात सैनिकों के प्रति इस तरह का व्यवहार पूरी तरह से अनुचित है और इससे सेना के सम्मान को ठेस पहुंचती है। कुछ लोगों ने महिला को नौकरी से निकालने और कानूनी कार्रवाई करने की भी मांग की है।
इस पूरे विवाद के बढ़ने पर HDFC बैंक ने भी अपने बयान में इस मामले से अपना नाम अलग किया है। बैंक ने स्पष्ट किया है कि ‘अनुराधा वर्मा’ नाम की कोई भी कर्मचारी उनके यहां कार्यरत नहीं है। उन्होंने कहा कि ऑडियो में जो व्यवहार सुनाई दे रहा है वह न तो स्वीकार्य है और न ही बैंक के मूल्यों का प्रतिनिधित्व करता है। बैंक ने अपनी आधिकारिक प्रतिक्रिया में इस तरह की भाषा और आचरण को पूरी तरह अस्वीकार्य बताया है। फिलहाल ऑडियो की प्रामाणिकता या उसमें शामिल महिला की वास्तविक पहचान को लेकर कोई ठोस और आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
लाइव हिन्दुस्तान जैसी प्रमुख मीडिया संस्थाएँ भी इस ऑडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करती हैं, इसलिए इस मामले में पूरी जांच और पुष्टि होना अभी बाकी है। हालांकि, इस वायरल क्लिप ने एक बार फिर से सोशल मीडिया पर सैनिकों के प्रति सम्मान और संवेदनशीलता की आवश्यकता को उजागर कर दिया है। यह विवाद लोगों के बीच इस बात पर गहन चर्चा भी छेड़ रहा है कि सार्वजनिक मंचों पर किस तरह की भाषा और व्यवहार स्वीकार्य होना चाहिए, खासकर जब बात देश सेवा करने वालों की हो।



