top of page
सभी खबरें
ANH News 24×7



देवउठनी एकादशी: जानें देवों को जगाने का सही तरीका, मंत्र और लोकगीत
कार्तिक मास की शुक्ल एकादशी को देवउठनी या प्रबोधिनी एकादशी के नाम से जाना जाता है। इस साल यह विशेष पर्व 1 नवंबर को मनाया जा रहा है। पुराणों की मान्यता के अनुसार इस दिन भगवान विष्णु क्षीरसागर की योगनिद्रा से जागते हैं और उनकी जागृति के साथ ही सृष्टि में फिर से शुभ समय की शुरुआत होती है। यही कारण है कि इस दिन घरों में सुबह से ही पूजा, मंत्रोच्चारण और भक्ति का वातावरण बना रहता है। इसे मनाने से घर में सुख, समृद्धि और ऐश्वर्य की वृद्धि होती है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, देवशयनी एका
5 दिन पहले


देवउठनी व्रत का पारण कब करें और किन बातों का रखें खास ध्यान? जानें 5 महत्वपूर्ण बातें
कार्तिक शुक्ल पक्ष की एकादशी को प्राचीन काल से प्रबोधिनी एकादशी, देवउठनी एकादशी और देवोत्थान एकादशी के नाम से जाना जाता है। शास्त्रों में इसे अत्यंत पवित्र और महत्वपूर्ण माना गया है। इस दिन विशेष रूप से भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना की जाती है और चार महीने के चातुर्मास का भी समापन होता है। आषाढ़ शुक्ल पक्ष की हरिशयनी एकादशी से प्रारंभ होने वाला चातुर्मास कार्तिक शुक्ल एकादशी तक चलता है। इस दौरान भगवान विष्णु का शयनकाल होता है और विवाह, गृह प्रवेश जैसे शुभ कार्यों से परहेज किया ज
5 दिन पहले


Chhath Puja: आज है खरना, प्रसाद ग्रहण कर व्रती शुरू करें 36 घंटे का निर्जला उपवास
लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा आज यानी रविवार को अपने दूसरे दिन यानी खरना के साथ जारी है। इस दिन व्रती सुबह नहाय-खाय के साथ अपनी दिनचर्या शुरू करती हैं और दिनभर व्रत रखकर शाम को गुड़ और चावल की खीर बनाकर उसका भोग लगाती हैं। इस प्रसाद को ग्रहण करने के बाद ही व्रती अपना 36 घंटे का निर्जला उपवास आरंभ करती हैं। ज्योतिषाचारियों के अनुसार इस साल खरना पूजा पर विशेष संयोग बन रहा है, जिसे अत्यंत शुभ माना जा रहा है। खरना पूजा का महत्व अत्यधिक माना जाता है, क्योंकि इस दिन छठी मैय्या का आग
26 अक्टू॰


Diwali 2025: 20 या 21 अक्टूबर? जानें लक्ष्मी पूजन की जरूरी बातें
दिवाली, जिसे दीपावली भी कहा जाता है, हर वर्ष कार्तिक मास की अमावस्या तिथि को मनाई जाती है। यह पर्व न केवल रोशनी और उल्लास का प्रतीक है, बल्कि मां लक्ष्मी की आराधना का भी विशेष अवसर होता है। इस बार पंचांग में एक विशेष स्थिति बन रही है, जिसने आमजन के बीच दिवाली की सही तिथि को लेकर भ्रम पैदा कर दिया है। दरअसल, इस वर्ष अमावस्या तिथि दो दिन — 20 और 21 अक्टूबर — पर पड़ रही है, जिससे लोग यह तय नहीं कर पा रहे कि लक्ष्मी पूजन किस दिन करना उचित रहेगा। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, दिवाली
20 अक्टू॰


तोरण से सजाएं दिवाली का द्वार, जानें किन पत्तों से बनेगा सबसे शुभ बांदनवार
कार्तिक मास की अमावस्या तिथि पर इस वर्ष सोमवार, 20 अक्टूबर 2025 को दीपों का पर्व दिवाली पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाएगा। यह तिथि न केवल मां लक्ष्मी के पूजन के लिए अत्यंत शुभ मानी जाती है, बल्कि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इसी दिन भगवान श्रीराम 14 वर्षों का वनवास समाप्त कर अयोध्या लौटे थे, जिसके स्वागत में नगरवासियों ने दीप जलाए थे। तभी से यह परंपरा हर वर्ष दीपावली के रूप में मनाई जाती है। दिवाली पर जहां घरों की साफ-सफाई और सजावट का विशेष महत्व होता है, वहीं मुख्य द्वार की
20 अक्टू॰


धनतेरस के दिन करें ये 10 खास उपाए, दूर होगी पैसों की तंगी
धनतेरस का त्योहार दीपावली उत्सव की शुरुआत का प्रतीक माना जाता है और यह दिन धन, समृद्धि एवं सौभाग्य का संदेश लेकर आता है। प्राचीन मान्यताओं के अनुसार, यदि धनतेरस के पावन अवसर पर माता लक्ष्मी और कुबेर देव की पूजा विधिपूर्वक की जाए, तो घर में धन की कभी कमी नहीं होती और समृद्धि बनी रहती है। खासकर 2025 में, इस शुभ दिन कुछ सरल लेकिन प्रभावी उपाय अपनाकर आप अपनी किस्मत के द्वार खोल सकते हैं और अपनी तिजोरी को भरपूर धन से सजाने का मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं। यदि आपकी आर्थिक स्थिति कुछ द
18 अक्टू॰


धनतेरस 2025: पूजा विधि, शुभ मुहूर्त, जरूरी सामग्री से लेकर मंत्र और उपाय तक, जानें पूरी जानकारी
धनतेरस, दीपावली पर्व की शुरुआत का पहला दिन होता है और यह समृद्धि, आरोग्य और शुभता का प्रतीक माना जाता है। यह पर्व हर वर्ष कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है। वर्ष 2025 में धनतेरस का त्योहार 18 अक्टूबर, शनिवार को मनाया जाएगा। इस दिन विशेष रूप से भगवान धन्वंतरि, माता लक्ष्मी, भगवान गणेश और धन के देवता कुबेर की विधिपूर्वक पूजा करने का विधान है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, धनतेरस पर की गई पूजा न केवल धन और वैभव में वृद्धि करती है, बल्कि परिवार के सभी सदस
18 अक्टू॰


दिवाली के बाद 1 दिन का विराम, 6 दिन तक चलेगा त्योहारों का सिलसिला: जानें तिथियों की पूरी जानकारी
दीपावली के शुभ अवसर पर हर ओर उल्लास और उत्साह का माहौल देखने को मिल रहा है। बाजारों में रंग-बिरंगी रोशनियों की झिलमिलाहट, पटाखों की गड़गड़ाहट, मिठाइयों की खुशबू और सजावटी मूर्तियों की शोभा हर किसी का मन मोह रही है। हिंदू धर्म के अनुसार दीपावली कार्तिक मास की अमावस्या तिथि को मनाई जाती है, जो इस वर्ष 20 अक्टूबर को है। यह पर्व केवल एक दिन का उत्सव नहीं बल्कि पांच दिवसीय महापर्व है, जिसे पंच पर्व के नाम से जाना जाता है। धनतेरस से शुरू होकर भाई दूज तक यह पर्व पूरे श्रद्धा और भक्त
18 अक्टू॰


कब है धनतेरस, नरक चतुर्दशी, दिवाली, गोवर्धन और भाई दूज? जानें पूरा कैलेंडर
हिंदू धर्म में कार्तिक मास का विशेष महत्व माना गया है। यह महीना धार्मिक दृष्टिकोण से अत्यंत पुण्यदायक माना जाता है, और इसी मास में आता है दीपों का महापर्व दीपावली, जिसे पंचपर्व के रूप में भी जाना जाता है। सालभर श्रद्धालु इस पर्व का इंतजार करते हैं, क्योंकि यह केवल रोशनी और उल्लास का पर्व नहीं, बल्कि श्रद्धा, भक्ति, पूजा-पाठ, व्रत और आत्मिक शुद्धि का अवसर होता है। दीपावली का यह पर्व केवल एक दिन का नहीं होता, बल्कि पांच दिनों तक चलने वाला एक दिव्य उत्सव है, जो धनतेरस से शुरू हो
14 अक्टू॰


इस शरद पूर्णिमा पर अमृत बरसाएगा चांद, पर भद्रा से रहें सावधान, जानिए सही समय और विधि
शरद पूर्णिमा हिंदू पंचांग के अनुसार आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को मनाई जाती है। यह पर्व न केवल आध्यात्मिक दृष्टिकोण से, बल्कि...
4 अक्टू॰


Karwa Chauth 2025: जानें सरगी से लेकर चंद्रोदय तक की सभी जरूरी बातें और पूजा विधि
करवा चौथ भारतीय संस्कृति में एक अत्यंत महत्वपूर्ण और भावनात्मक रूप से जुड़ा हुआ पर्व है, जो विशेष रूप से विवाहित महिलाओं के लिए समर्पित...
4 अक्टू॰


मां कूष्मांडा की पूजा विधि: जानें कौन सा रंग है शुभ और कौन से मंत्र करेंगे मनोकामना पूरी
25 सितंबर 2025 को नवरात्रि का चौथा दिन है, जिसे मां कूष्मांडा की आराधना के लिए विशेष माना जाता है। मां कूष्मांडा को सृष्टि की रचयिता के...
26 सित॰


नवरात्री के चौथे दिन भी मां कूष्मांडा की पूजा, कौन से दोष होते हैं दूर? कैसे करें उनकी आराधना, जानिए
शारदीय नवरात्रि शक्ति की उपासना का परम पावन पर्व माना जाता है। नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ रूपों की आराधना की जाती है। नवरात्रि का चौथा...
25 सित॰


नवरात्रि 2025 में अष्टमी तिथि की उलझन खत्म! जानिए सही दिन और पूजा विधि
इस वर्ष शारदीय नवरात्रि के दौरान अष्टमी तिथि को लेकर विशेष भ्रम देखने को मिल रहा है। ऐसा इसलिए है क्योंकि इस बार नवरात्रि में एक दिन की...
24 सित॰


नवरात्रि 2025: महाअष्टमी और महानवमी पर ऐसे करें कन्या पूजन और हवन, जानें शुभ मुहूर्त
शक्ति की उपासना का पर्व शारदीय नवरात्रि इस वर्ष 22 सितंबर 2025, रविवार से आरंभ हो चुका है। मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की भक्ति, व्रत,...
23 सित॰


देवी मां की अनुमति के बिना यहां कोई पुलिसवाला नहीं टिकता, जानिए रहस्यमयी मंदिर की अनोखी कहानी
शारदीय नवरात्रि का पावन पर्व नजदीक है। नौ दिनों तक देशभर में देवी दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की आराधना की जाएगी। मंदिरों में भक्तों की...
21 सित॰


9 साल बाद फिर बना अद्भुत संयोग, नवरात्रि 10 दिन की, मां दुर्गा हाथी पर शुभ आगमन
इस वर्ष शारदीय नवरात्रि का पर्व 22 सितंबर से आरंभ होकर 1 अक्टूबर तक मनाया जाएगा। विशेष बात यह है कि इस बार नवरात्रि नौ नहीं, बल्कि पूरे...
19 सित॰


साल का आखिरी सूर्यग्रहण 21 सितंबर को, बदलेगी कई देशों की दिशा
आगामी 21 सितंबर को आश्विन अमावस्या के दिन एक आंशिक सूर्यग्रहण घटित होने जा रहा है। यह खगोलीय घटना खगोल विज्ञान के लिहाज से तो महत्वपूर्ण...
19 सित॰


जहां भक्तों को मां दुर्गा के नौ स्वरूपों का साक्षात् होते है दर्शन, जानिए 5 चमत्कारिक गुफाएं
हिंदू धर्म में शारदीय नवरात्रि का पर्व अत्यंत श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है। यह नौ दिवसीय उत्सव देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों की...
19 सित॰


विदेशी भी यहाँ बड़ी संख्या में पिंडदान के लिए पहुंचते, जाने कहाँ है ये मोक्षभूमि
बदरीनाथ धाम स्थित ब्रह्मकपाल घाट, अब न केवल भारतवर्ष के श्रद्धालुओं के लिए, बल्कि पूरे विश्व के सनातन संस्कृति में आस्था रखने वालों के...
14 सित॰
bottom of page