जया किशोरी ने दिया गहरा संदेश, कहा- गुरु कभी ईश्वर से बड़ा नहीं हो सकता
- ANH News
- 5 मार्च
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ऋषिकेश: प्रसिद्ध कथावाचक जया किशोरी ने कहा कि गुरु का असल काम व्यक्ति को भगवान से जोड़ना है, न कि खुद से। उन्होंने चेतावनी दी कि आजकल गुरु स्वयं को भगवान से भी बड़ा मानने लगे हैं, जो कि धर्म और आध्यात्म के लिए खतरनाक स्थिति है। जया किशोरी ने यह बात मुनि की रेती स्थित गंगा रिजॉर्ट में आयोजित सात दिवसीय अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव के चौथे दिन साधकों को संबोधित करते हुए कही। यह महोत्सव गढ़वाल मंडल विकास निगम और पर्यटन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया था।
कथावाचक ने आगे कहा कि गुरु कभी भी ईश्वर से बड़ा नहीं हो सकता। गुरु का कार्य केवल उस ज्ञान की धूल हटाना होता है, जो पहले से हमारे भीतर मौजूद है। उन्होंने बताया कि दुनिया में कोई भी बात नई नहीं है, बस उसे बताने का तरीका अलग होता है। उन्होंने महिला और पुरुष की सोच में भिन्नता का कारण परवरिश को बताया और कहा कि यदि बचपन में दोनों को समान शिक्षा और संस्कार मिले, तो उनकी सोच समान हो सकती है।

महोत्सव के सुबह सत्र में डॉ. लक्ष्मी नारायण जोशी ने प्राचीन योग चिकित्सा के महत्व को बताया। उन्होंने कहा कि हमारा शरीर वात, पित, और कफ तीन दोषों से बना होता है। अगर ये दोष विकृत हो जाएं तो शरीर रोगों से ग्रस्त हो सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि वात, पित और कफ की विकृति से कई प्रकार के रोग उत्पन्न हो सकते हैं।
योगिनी उषा माता ने साधकों को आयंगर योग का प्रशिक्षण दिया। उन्होंने कहा कि योगाभ्यास से शरीर को स्वस्थ बनाए रखा जा सकता है, और इससे असाध्य रोगों से मुक्ति भी मिल सकती है। योगी डॉ. अमृत राज ने भी बीमारियों के कारणों पर प्रकाश डाला। उनका कहना था कि गलत खानपान और जीवनशैली से शरीर में बीमारियां उत्पन्न होती हैं, और इस कारण कैंसर जैसी गंभीर बीमारियां बढ़ रही हैं। उन्होंने एल्युमिनियम के बर्तनों के उपयोग पर प्रतिबंध लगाने की सलाह दी, और मिट्टी व तांबे के बर्तनों को स्वास्थ्य के लिए लाभकारी बताया।
डॉ. सरस्वती काला ने आयुर्वेदिक एक्यूप्रेशर के फायदों के बारे में जानकारी दी। देर शाम इंदर आर्य ग्रुप द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें मनमोहक प्रस्तुतियों ने दर्शकों का दिल छू लिया।
इस कार्यक्रम में जीएमवीएन के प्रबंध निदेशक विशाल मिश्रा, महाप्रबंधक प्रशासन विप्रा त्रिवेदी, महाप्रबंधक पर्यटन दयानंद सरस्वती, सहायक प्रधान प्रबंधक एसपीएस रावत और विश्वनाथ बेंजवाल सहित कई प्रमुख लोग उपस्थित रहे।




