top of page

देहरादून पुलिस में बड़ा फेरबदल: प्रदीप सिंह राणा बने कोतवाल ऋषिकेश, 3 इंस्पेक्टर और 2 SI का तबादला

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 24 मार्च
  • 2 मिनट पठन


ree

देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) अजय सिंह ने हाल ही में देर रात एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक निर्णय लिया, जिसके तहत जिले के तीन इंस्पेक्टरों और दो सब इंस्पेक्टरों का तबादला किया गया। यह कदम पुलिस विभाग के कार्यों को बेहतर ढंग से संचालित करने और अधिकारियों को नई जिम्मेदारियों का सौंपने के उद्देश्य से उठाया गया है।


ree

तबादले में शामिल अधिकारियों की सूची इस प्रकार है:


1. राजेंद्र सिंह खोलिया – ऋषिकेश कोतवाली में तैनात इंस्पेक्टर राजेंद्र सिंह खोलिया को पुलिस कार्यालय भेज दिया गया है। वह अब अन्य प्रशासनिक कार्यों में अपनी भूमिका निभाएंगे। उनके स्थान पर ऋषिकेश कोतवाली का नया प्रभारी बनाया गया है।


2. प्रदीप सिंह राणा – पटलेनगर कोतवाली के वर्तमान प्रभारी निरीक्षक प्रदीप सिंह राणा को अब ऋषिकेश कोतवाली का नया प्रभारी नियुक्त किया गया है। प्रदीप सिंह राणा को उनके कर्तव्यनिष्ठा और पेशेवर दृष्टिकोण के लिए जाना जाता है, और उन्हें इस जिम्मेदारी से पुलिस प्रशासन में नई ऊर्जा और दिशा मिलने की उम्मीद है।


3. हरिओम राज चौहान – चुनाव सैल की जिम्मेदारी देख रहे इंस्पेक्टर हरिओम राज चौहान को अब पटलेनगर कोतवाली का प्रभारी नियुक्त किया गया है। चुनाव सैल में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण रही है, और अब वह पटलेनगर कोतवाली में अपनी नई जिम्मेदारी निभाएंगे।


4. पीडी भट्ट – राजपुर थानाध्यक्ष एसआई पीडी भट्ट को अब सेलाकुई थाने का थानाध्यक्ष बना दिया गया है। पीडी भट्ट की कार्यशैली और उनके अनुभव को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया है, ताकि क्षेत्र में कानून व्यवस्था और सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर किया जा सके।


5. शेंकी कुमार – सेलाकुई थानाध्यक्ष एसआई शेंकी कुमार को अब राजपुर थानाध्यक्ष बनाया गया है। शेंकी कुमार की कार्यकुशलता और क्षेत्रीय जानकारी को ध्यान में रखते हुए उन्हें यह जिम्मेदारी सौंपी गई है, ताकि राजपुर क्षेत्र में अपराध नियंत्रण और पुलिस प्रशासन को और मजबूत किया जा सके।


यह बदलाव पुलिस विभाग में कामकाजी सुधार और प्रशासनिक कार्यों को बेहतर ढंग से लागू करने के उद्देश्य से किए गए हैं। इन बदलावों के जरिए पुलिस अधिकारियों को नई जिम्मेदारियां दी गई हैं, जिससे स्थानीय स्तर पर सुरक्षा और कानून व्यवस्था को प्रभावी तरीके से संभाला जा सके। साथ ही, इन तबादलों से अधिकारियों को अपनी कार्यशैली और नेतृत्व कौशल को एक नए क्षेत्र में साबित करने का अवसर मिलेगा।

हाल ही के पोस्ट्स

सभी देखें
ऋषिकेश में LUCC चिटफंड घोटाला: निवेशकों को अवैध वसूली से कैसे बचें

ऋषिकेश में एलयूसीसी चिटफंड कंपनी से जुड़ा एक बड़ा घोटाला सामने आया है, जिसमें निवेशकों की रकम फंस गई है। इस मामले में अवैध वसूली की घटनाएं भी सामने आई हैं, जिससे निवेशकों की परेशानी और बढ़ गई है। उत्त

 
 
bottom of page