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मिर्गी का 'शर्तिया इलाज' का दावा ठोकने वाले नीरज क्लीनिक पर छापा, आयुर्वेदिक दवा के नाम पर मरीजों को बेचा जा रहा स्टॉराइड

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 11 अप्रैल
  • 1 मिनट पठन
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ऋषिकेश: शहर में मिर्गी के उपचार के लिए प्रसिद्ध नीरज क्लीनिक पर भारत सरकार और उत्तराखंड सरकार के औषधि नियंत्रण विभाग ने संयुक्त रूप से छापा मारा। इस छापेमारी में विजिलेंस विभाग की टीम भी मौजूद थी। यह कार्रवाई एक शिकायत के आधार पर की गई, जो महाराष्ट्र के एक व्यक्ति ने भारत सरकार के औषधि नियंत्रण विभाग से की थी।


शिकायत में यह आरोप लगाया गया था कि नीरज क्लीनिक में आयुर्वेदिक दवाओं के नाम पर मरीजों को स्टेरॉयड जैसी हानिकारक दवाएं बेची जा रही हैं। उक्त व्यक्ति ने दावा किया कि उसने क्लीनिक की दवाओं का परीक्षण एक निजी लैब से करवाया था, जहां यह पुष्टि हुई कि क्लीनिक द्वारा बेची जा रही दवाएं आयुर्वेदिक नहीं, बल्कि स्टेरॉयड थीं।


इस शिकायत के बाद भारत सरकार के औषधि नियंत्रण विभाग ने इसे उत्तराखंड के औषधि नियंत्रण विभाग को भेजा, जिसके बाद अपर आयुक्त औषधि नियंत्रण विभाग के निर्देश पर छापेमारी की गई। औषधि निरीक्षक मानेंद्र सिंह राणा ने बताया कि यह कार्रवाई दिन के एक बजे से रात आठ बजे तक चली। इस दौरान चार दवाओं के सैंपल लिए गए और क्लीनिक में मौजूद कुछ गोलियां भी सीज की गईं।


साथ ही, क्लीनिक संचालक से सीज की गई दवाओं के बारे में स्पष्टीकरण भी मांगा गया। औषधि नियंत्रण विभाग ने इस क्लीनिक के दवा बेचने के लाइसेंस को निरस्त करने की संस्तुति भी की है। यह कार्रवाई स्वास्थ्य और सुरक्षा के प्रति गंभीरता को दर्शाती है, ताकि मरीजों को सही और सुरक्षित दवाएं ही उपलब्ध हो सकें।

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