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AIIMS में अनावश्यक लोगों पर सख्ती, अब सबको बनवाना पड़ेगा पास, सुरक्षा को लेकर उठाए नए कदम

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 22 मार्च
  • 2 मिनट पठन


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ऋषिकेश: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने अस्पताल में भर्ती रोगियों के तीमारदारों के लिए पास जारी करने की नई व्यवस्था लागू करने की घोषणा की है। यह पहल एम्स परिसर की सुरक्षा और शांति बनाए रखने के उद्देश्य से की गई है। अब तीमारदारों को अस्पताल परिसर में प्रवेश के लिए निर्धारित शुल्क पर पास जारी किए जाएंगे, जिसकी सिक्योरिटी राशि 100 रुपये होगी। एम्स प्रशासन का कहना है कि जब रोगी को अस्पताल से डिस्चार्ज किया जाएगा, तो यह सिक्योरिटी राशि वापस कर दी जाएगी।


नई व्यवस्था का उद्देश्य

चिकित्सा अधीक्षक प्रो. सत्याश्री ने बताया कि इस कदम का उद्देश्य अस्पताल परिसर में अनावश्यक रूप से घूमने वाले व्यक्तियों पर नियंत्रण पाना है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग बिना किसी कारण के अस्पताल परिसर में विचरण करते रहते हैं, जिससे न केवल अस्पताल की शांति व्यवस्था प्रभावित होती है, बल्कि अवैध गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलता है। इस कारण, नई व्यवस्था के तहत केवल तीमारदारों को पास जारी किए जाएंगे, ताकि सुरक्षा गार्डों द्वारा परिसर में मौजूद सभी व्यक्तियों पर नजर रखी जा सके।


सुरक्षा और अनुशासन बढ़ाने के लिए कदम

एम्स प्रशासन के उच्चाधिकारियों के निर्देश पर सुरक्षा विभाग ने इस योजना को तैयार किया है, जिसे शीघ्र ही लागू कर दिया जाएगा। नई व्यवस्था के तहत, अस्पताल के वार्ड क्षेत्रों और अन्य इलाकों में प्रवेश करते समय तीमारदारों को यह पास दिखाना अनिवार्य होगा। यह पास मरीज को अस्पताल में भर्ती करते समय सिक्योरिटी विभाग द्वारा जारी किए जाएंगे।


धूम्रपान पर सख्ती

इसके अलावा, एम्स ने अस्पताल परिसर को पूरी तरह से धूम्रपान-मुक्त बनाने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। अब तंबाकू उत्पादों और धूम्रपान का सेवन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उप मुख्य सुरक्षा अधिकारी अनिलचंद्र के अनुसार, किसी भी व्यक्ति को एम्स परिसर में धूम्रपान करते या तंबाकू का सेवन करते पाया गया तो उस पर तत्काल 200 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। सभी सुरक्षा गार्डों को इस नियम को सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए गए हैं।


कांग्रेस का विरोध

इस नए फैसले पर कांग्रेस ने तीव्र आपत्ति जताई है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयेंद्र रमोला ने इसे "बेतुका निर्णय" करार दिया और कहा कि इस फैसले से तीमारदारों को अत्यधिक परेशानी होगी। उनका कहना है कि अब तीमारदारों को मरीज के उपचार के लिए विभिन्न विभागों के चक्कर लगाने के साथ-साथ पास के लिए भी लंबी लाइन में खड़ा होना होगा। उन्होंने यह निर्णय वापस लेने की मांग की और कहा कि कांग्रेस इसका विरोध करेगी।


एम्स प्रशासन का कहना है कि यह कदम अस्पताल की सुरक्षा और शांति व्यवस्था को बनाए रखने के लिए आवश्यक है और इस निर्णय से अस्पताल की कार्यप्रणाली में सुधार होगा।

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