दुर्घटना से देर भली...हाईवे पर ट्रक ओवरटेक करते हुए बड़ा हादसा, पिता-पुत्र की मौत
- ANH News
- 8 अप्रैल
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ऋषिकेश: देहरादून से हरिद्वार जल्दी पहुंचने की चाहत ने पिता-पुत्र के जीवन को बुरी तरह से प्रभावित किया। समीर और उसके पिता नईम स्कूटी से किसी परिचित से मिलने जा रहे थे, लेकिन एक लापरवाह ओवरटेक ने उनकी जिंदगी से खुशी छीन ली। स्थानीय लोगों के मुताबिक, समीर स्कूटी चला रहा था और उसकी रफ्तार बहुत तेज थी। वह ट्रक को ओवरटेक करते हुए आगे निकलने की कोशिश कर रहा था, और इसी लापरवाही ने दोनों की जान ले ली। यदि समीर ने रफ्तार पर नियंत्रण रखा होता तो यह हादसा टल सकता था और पिता-पुत्र की जिंदगी बच सकती थी। एक छोटी सी चूक ने मृतक के परिवार को गहरा सदमा दे दिया।
यह घटना केवल एक उदाहरण है, हरिद्वार-ऋषिकेश हाईवे पर लगातार हो रही सड़क दुर्घटनाओं का। शनिवार को श्यामपुर में एक दुकानदार ट्रक की चपेट में आ गया, जिससे उसकी मौत हो गई। इससे पहले 25 मार्च को डोईवाला टोल प्लाजा पर एक बेकाबू ट्रक ने तीन कारों को क्षतिग्रस्त कर दिया था, जिससे कार सवार दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई थी। इन हादसों से यह साफ है कि हाईवे पर तेज रफ्तार और लापरवाही से चलने वाले वाहन सवारों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है।
हाईवे पर दोपहिया वाहन सवारों की ज्यादातर दुर्घटनाएं यातायात नियमों की अनदेखी के कारण हो रही हैं। कई दोपहिया वाहनों की ब्रेक लाइट खराब रहती है, जबकि कुछ में पीछे का शीशा ही नहीं होता, जिससे दुर्घटना का खतरा और बढ़ जाता है। तेज गति से वाहन चलाने और दूसरे वाहनों को अनदेखा करने की प्रवृत्ति से सड़क पर दुर्घटनाएं और बढ़ रही हैं। ओवरटेक करते वक्त पीछे से आ रहे वाहनों को न देख पाना भी एक कारण है। इसके अलावा, मोबाइल फोन का इस्तेमाल भी दुर्घटनाओं के मुख्य कारणों में शामिल है, जो चालक की सतर्कता को घटाता है।
हाईवे पर वाहनों की लगातार हो रही दुर्घटनाओं को देखते हुए यह जरूरी हो गया है कि लोग यातायात नियमों का पालन करें और सड़क सुरक्षा को प्राथमिकता दें, ताकि भविष्य में ऐसी दुखद घटनाएं न हों।