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कांवड़ यात्रा में बिछड़े बच्चों के लिए मसीहा बनी टिहरी पुलिस, दो दर्जन से अधिक को परिजनों से मिलाया

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 1 दिन पहले
  • 2 मिनट पठन

मुनि की रेती, टिहरी गढ़वाल। सावन की कांवड़ यात्रा जहां श्रद्धा और भक्ति का उत्सव है, वहीं भारी भीड़-भाड़ के बीच कई बार बच्चे और बुजुर्ग अपने परिजनों से बिछड़ जाते हैं। ऐसी स्थिति में जनपद टिहरी की पुलिस, विशेष रूप से एसएसपी आयुष अग्रवाल की मानवीय और दूरदर्शी पहल, इन लोगों के लिए संजीवनी साबित हो रही है।


11 जुलाई 2025 से शुरू हुई कांवड़ यात्रा के दौरान अब तक पुलिस ने दो दर्जन से अधिक बिछड़े हुए बच्चों और लोगों को उनके परिवार वालों से मिलाने का सफल कार्य किया है।


इस कार्य के पीछे है एक सुव्यवस्थित रणनीति और मानवीय दृष्टिकोण, जिसे स्वयं एसएसपी आयुष अग्रवाल के नेतृत्व में टिहरी पुलिस ने अपनाया है। उन्होंने पहले ही सभी पुलिसकर्मियों को यह स्पष्ट निर्देश दिए थे कि:


"कांवड़ यात्रा के दौरान बिछड़ने वालों को उनके परिवार से मिलाना पुलिस की प्राथमिकता होगी, और इसमें कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी।"


सोशल मीडिया और तकनीक के सहारे बना मानवीय प्रयास और भी प्रभावशाली

बिछड़े बच्चों या व्यक्तियों की सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत उनकी फोटो खींचकर, उन्हें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स और व्हाट्सएप ग्रुप्स के माध्यम से क्षेत्र के सभी ड्यूटी पॉइंट्स पर सर्कुलेट करती है। इससे न केवल पास में ड्यूटी कर रहे पुलिसकर्मियों को सतर्क किया जाता है, बल्कि जो परिजन अपने बिछड़े सदस्य को ढूंढ़ रहे होते हैं, उन्हें भी त्वरित सूचना मिलती है।


यह प्रणाली अत्यंत सफल सिद्ध हो रही है। पुलिस के इस प्रयास से अब तक अनेक मासूमों को उनके परिजनों की गोद में सुरक्षित लौटाया जा चुका है।


मिलन के दृश्य बन रहे भावुक क्षण, पुलिस भी नहीं रोक पा रही भावनाएं

बिछड़े बच्चों को जब उनके माता-पिता से मिलाया जाता है, तो वह क्षण इतना भावनात्मक होता है कि केवल परिजन ही नहीं, कई बार पुलिसकर्मी भी अपने आंसू नहीं रोक पाते। कई ऐसे वीडियो और तस्वीरें सामने आई हैं, जिनमें पुलिसकर्मी खुद बच्चों को गोद में उठाकर उन्हें दुलारते और फिर परिजनों को सौंपते नज़र आते हैं।


इन पलों में टिहरी पुलिस केवल एक कानून व्यवस्था संभालने वाली संस्था नहीं, बल्कि एक संवेदनशील मानवता की मिसाल बनकर सामने आई है।


परिजनों का आभार, जनता की सराहना

अपने बिछड़े बच्चों को सुरक्षित पाकर परिजन पुलिस का आभार व्यक्त कर रहे हैं और धन्यवाद देने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे। सोशल मीडिया पर भी लोग टिहरी पुलिस के इस प्रयास की खुले दिल से प्रशंसा कर रहे हैं।

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