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Rishikesh: AIIMS में अब भूतपूर्व सैनिकों के लिए कैशलेस स्वास्थ्य सुविधा, सेना की स्थानीय विंग एवं एम्स प्रशासन के बीच हुआ करार

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 9 मार्च
  • 1 मिनट पठन


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ऋषिकेश: एम्स में अब सेवानिवृत्त सैनिकों को भूतपूर्व सैनिक अंशदायी स्वास्थ्य योजना (ईसीएचएस) के तहत कैशलेस स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी। यह ऐतिहासिक करार मिनिस्ट्री ऑफ डिफेंस के तहत, भारतीय सेना की स्थानीय विंग और एम्स प्रशासन के बीच हुआ है। इस समझौते के तहत, एम्स में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में, एम्स ऋषिकेश की कार्यकारी निदेशक और सीईओ प्रो. (डॉ.) मीनू सिंह और भारतीय सेना की ओर से जनरल ऑफिसर आर्मी कमांडिंग सब एरिया मेजर जनरल आर. प्रेमराज ने अनुबंध पर हस्ताक्षर किए।


इस समझौते का उद्देश्य उत्तराखंड में 4.5 लाख से अधिक सेवानिवृत्त सैनिकों और वीर नारियों को एम्स की चिकित्सा सेवाओं का लाभ प्रदान करना है। प्रो. मीनू सिंह ने बताया कि इस अनुबंध के अंतर्गत पूर्व सैनिकों को उनकी रैंक के आधार पर एम्स में सभी प्रकार की चिकित्सा सुविधाएं कैशलेस प्रदान की जाएंगी। इससे न केवल पूर्व सैनिकों को अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि एम्स को भी भारतीय सेना में अपनी सेवाएं दे चुके सैनिकों के उपचार का अवसर मिलेगा।


इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में कई प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे, जिनमें चिकित्सा अधीक्षक प्रो. बी. सत्यश्री, आयुष्मान भारत योजना विभाग के नोडल ऑफिसर डॉ. मोहित धींगरा, प्रेस रिलीज ऑफिसर संदीप कुमार सिंह, विधि अधिकारी प्रदीप चंद्र पांडेय, कमांडेंट मिलिट्री हॉस्पिटल देहरादून ब्रिगेडियर परीक्षित, कमांडेंट मिलिट्री हॉस्पिटल रुड़की ब्रिगेडियर पी. तिवारी और डायरेक्टर रीजनल सेंटर ईसीएचएस देहरादून कर्नल जितेंद्र कुमार शामिल थे।


यह करार सेवानिवृत्त सैनिकों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे उन्हें बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं बिना किसी वित्तीय बोझ के प्राप्त हो सकेंगी।

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