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हरेला पर हरियाली और मानवता का संगम, AIIMS ने दिखाया अनूठा उदाहरण

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 7 घंटे पहले
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एम्स ऋषिकेश: पर्यावरण संरक्षण और अंगदान जागरूकता जैसे दो जीवनदायी विषयों को एक साथ जोड़ते हुए एम्स ऋषिकेश के अंग प्रत्यारोपण डिवीजन ने एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया। यह कार्यक्रम मदर्स मिरेकल स्कूल ऋषिकेश एवं मोहन फाउंडेशन के संयुक्त सहयोग से आयोजित किया गया। अवसर था हरेला पर्व और अंगदान माह का, जहां प्रकृति और मानवता दोनों को संजीवनी देने का संदेश दिया गया।


कार्यक्रम की अगुवाई संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह के मार्गदर्शन में की गई, जिन्होंने इस अनूठी पहल को मानवता की सच्ची सेवा बताया। उन्होंने कहा:


"धरती को हराभरा बनाना और अंगदान के माध्यम से किसी को जीवनदान देना — दोनों ही कार्य मनुष्यता के सर्वोच्च रूप हैं। ऐसे आयोजनों से हम पारंपरिक सांस्कृतिक मूल्यों को आधुनिक स्वास्थ्य चेतना से जोड़ सकते हैं।"


वृक्षारोपण और अंगदान जागरूकता का मिला संगम

कार्यक्रम के दौरान मदर्स मिरेकल स्कूल परिसर में वृक्षारोपण अभियान चलाया गया, जिसमें एम्स के चिकित्सा संकाय, विद्यार्थियों और शिक्षकों ने भाग लिया। हरेला पर्व की सांस्कृतिक भावना को अंगदान की सामाजिक जिम्मेदारी से जोड़कर आयोजकों ने इसे ‘धरती को जीवन, जीवन को आस’ जैसे संदेश से प्रेरित किया।


स्कूल की निदेशिका श्रीमती बिंदल ने इस समन्वित प्रयास को सराहा और कहा:

"एक ओर वृक्षारोपण से हम पर्यावरण को सुरक्षित करते हैं, वहीं अंगदान से किसी ज़रूरतमंद को नया जीवन देने का अवसर प्राप्त होता है। दोनों ही कार्य जीवन के उत्सव हैं।"


अंगदान पर जागरूकता और संवाद

कार्यक्रम के दौरान यूरोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. अंकुर मित्तल ने छात्रों को अंगदान व प्रत्यारोपण की प्रक्रिया से जुड़ी प्रैक्टिकल जानकारी दी। उन्होंने सरल भाषा में छात्रों की जिज्ञासाओं का समाधान किया और उन्हें अंगदान की भ्रांतियों से बाहर निकालते हुए प्रेरित किया।


अंगदान से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य, प्रेरणादायक कहानियाँ, और सफल प्रत्यारोपण अनुभवों को साझा कर छात्रों एवं शिक्षकों को गहराई से जोड़ा गया।

इस अवसर पर अंगदान पंजीकरण को प्रोत्साहित करने के लिए एक QR कोड स्कैनर भी लगाया गया, जिससे इच्छुक प्रतिभागी ऑर्गन डोनेशन प्लेज फॉर्म भरकर अंगदान के लिए अपनी प्रतिबद्धता दर्ज कर सकें।


सम्मान और सहभागिता

कार्यक्रम में एम्स ऋषिकेश के चिकित्सा संकाय की टीम को उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित भी किया गया। इस अवसर पर डीन एकेडमिक प्रो. जया चतुर्वेदी, चिकित्सा अधीक्षक प्रो. सत्या श्री, प्रो. संजीव कुमार मित्तल, डॉ. रोहित गुप्ता, डॉ. रजनीश अरोड़ा, डॉ. निधि केले, डॉ. लोकेश अरोड़ा, डॉ. दिलीप कुमार, डॉ. विकास पंवार, मोहन फाउंडेशन के सदस्य, और अंग प्रत्यारोपण समन्वयक सहित कई अन्य गणमान्य चिकित्सक एवं अधिकारी उपस्थित रहे।

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