एक्टर मुकुल देव का 54 वर्ष की उम्र में निधन, फिल्म और टीवी इंडस्ट्री में शोक की लहर
- ANH News
- 26 मई
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बहुभाषी फिल्मों और टीवी इंडस्ट्री में अपने विविध किरदारों के लिए पहचाने जाने वाले अभिनेता मुकुल देव का शुक्रवार देर रात नई दिल्ली में निधन हो गया। वह 54 वर्ष के थे और बीते कई दिनों से गंभीर रूप से बीमार थे। रिपोर्ट्स के अनुसार, वह आईसीयू में भर्ती थे और लगातार इलाज चल रहा था।
उनके निधन की जानकारी छोटे भाई और अभिनेता राहुल देव ने सोशल मीडिया के माध्यम से दी। राहुल ने बताया कि मुकुल ने बीती रात अंतिम सांस ली। उनका अंतिम संस्कार 24 मई, शनिवार को शाम 5 बजे नई दिल्ली के दयानंद मुक्ति धाम में किया जाएगा।
कई भाषाओं की 60 से अधिक फिल्मों में किया अभिनय
17 सितंबर 1970 को दिल्ली के एक पंजाबी परिवार में जन्मे मुकुल देव ने 1996 में टीवी शो 'मुमकिन' से अभिनय करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद उन्होंने हिंदी, पंजाबी, बंगाली, मलयालम, कन्नड़ और तेलुगू भाषाओं की फिल्मों में काम किया। वे एक बहुभाषी कलाकार के रूप में जाने जाते थे।
फिल्मों और टीवी में यादगार किरदार
मुकुल देव ने अपने करियर में कई यादगार फिल्में कीं, जिनमें शामिल हैं:
‘किला’ (1998)
‘वजूद’ (1998)
‘कोहराम’ (1999)
‘मुझे मेरी बीवी से बचाओ’ (2001)
‘यमला पगला दीवाना’ (2011)
‘सन ऑफ सरदार’ (2012)
‘आर... राजकुमार’ (2013)
‘जय हो’ (2014)
टीवी पर वे ‘कहीं दिया जले कहीं जिया’, ‘कहानी घर घर की’, ‘प्यार जिंदगी है’ जैसे लोकप्रिय शोज़ में नजर आए। इसके अलावा, उन्होंने डांस रियलिटी शो 'कभी कभी प्यार कभी कभी यार' (2008) में भी हिस्सा लिया था।
OTT और आखिरी ऑनस्क्रीन उपस्थिति
2020 में OTT प्लेटफॉर्म पर आई चर्चित वेब सीरीज ‘स्टेट ऑफ सीज: 26/11’ में उन्होंने एक अहम भूमिका निभाई थी। जबकि बड़े पर्दे पर आखिरी बार 2022 में 'अंत द एंड' फिल्म में नजर आए थे। टीवी पर उनका आखिरी किरदार 2018 में '21 सरफरोश' में देखा गया था।
मुकुल के निजी जीवन की झलक
मुकुल देव के परिवार में उनकी एक बेटी सिया देव हैं। भाई राहुल देव के अनुसार, माता-पिता की मृत्यु के बाद मुकुल ने खुद को बहुत हद तक लोगों से अलग-थलग कर लिया था। वे कम बाहर निकलते थे और सामाजिक मेलजोल से कटते जा रहे थे।
फिल्म जगत में शोक की लहर, सहयोगियों की संवेदनाएं
उनके निधन से फिल्म और टीवी इंडस्ट्री में गहरा शोक है।
विंदू दारा सिंह, जिन्होंने 'सन ऑफ सरदार' में उनके साथ काम किया था, ने इंडिया टुडे से बातचीत में कहा,
"मुकुल खुद को बड़े पर्दे पर दोबारा नहीं देख पाएंगे। वो एक शानदार इंसान थे और बहुत याद आएंगे।"
दीपशिखा नागपाल, जो मुकुल की करीबी दोस्त रहीं, ने सोशल मीडिया पर उनके साथ तस्वीर साझा करते हुए भावुक संदेश लिखा:
"सुबह उनकी मौत की खबर ने झकझोर दिया। मैं तब से उनके नंबर पर कॉल कर रही हूं, दिल नहीं मानता कि वो अब इस दुनिया में नहीं हैं।"
मुकुल देव का जाना न केवल एक प्रतिभाशाली अभिनेता का जाना है, बल्कि एक संवेदनशील और बहुआयामी कलाकार का भी अवसान है। वे अपने पीछे अभिनय की कई यादगार छवियां और अनगिनत प्रशंसकों की भावनाएं छोड़ गए हैं।
ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे और परिवार को इस दुख को सहने की शक्ति दे।