भारत-पाक तनाव के बीच उत्तराखंड में अस्पतालों को हाई अलर्ट पर रखा, बेड्स और ICU तैयार रखने का आदेश
- ANH News
- 10 मई
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भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के कारण दोनों देशों की सीमा पर स्थिति और भी गंभीर हो गई है। भारतीय सेना ने पाकिस्तान को कड़ी चुनौती देते हुए ऑपरेशन सिंदूर के तहत हमला किया, जिसके बाद सीमा पर पाकिस्तान द्वारा की जा रही हिमाकत का भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया है। इस तनावपूर्ण स्थिति के बीच उत्तराखंड में सरकार ने हाई अलर्ट जारी कर दिया है।
उत्तराखंड सरकार ने राज्य भर के अस्पतालों को किया हाई अलर्ट
बॉर्डर पर बढ़ते तनाव को देखते हुए राज्य सरकार ने उत्तराखंड के सभी अस्पतालों को हाई अलर्ट पर रखने के निर्देश दिए हैं। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने डॉक्टरों और अस्पताल कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं और उन्हें तुरंत तैनात रहने के निर्देश दिए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देशों के आधार पर, उत्तराखंड के स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर राजेश कुमार ने राज्यभर के अस्पतालों में 12000 बेड चिह्नित करने, आईसीयू और वेंटिलेटर तैयार रखने के निर्देश जारी किए हैं।
भारतीय सेना ने पाकिस्तान के हमलों को किया नाकाम
भारतीय सेना ने 9 मई को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट जारी करते हुए बताया कि पाकिस्तान के सशस्त्र बलों ने गुरुवार और शुक्रवार की रात पश्चिमी सीमा पर ड्रोन और अन्य हथियारों से कई हमले किए, जिन्हें भारतीय सेना ने "प्रभावी ढंग से विफल" कर दिया। सेना ने यह भी बताया कि पाकिस्तानी सैनिकों ने जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (LoC) पर संघर्ष विराम समझौते का उल्लंघन किया था। भारतीय सेना ने इसके जवाब में अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया और सभी नापाक इरादों को बलपूर्वक नाकाम किया।
सीज फायर उल्लंघन का मुंहतोड़ जवाब
भारतीय सेना ने पाकिस्तान की हर चाल का कड़ा विरोध किया और ड्रोन हमलों के साथ-साथ सीज फायर उल्लंघन को प्रभावी ढंग से विफल किया। भारतीय सेना ने इस बारे में कहा, "हमारी सेना राष्ट्र की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। पाकिस्तान के सभी नापाक मंसूबों का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।"
इस बीच, भारतीय सेना ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो क्लिप भी जारी किया, जिसमें दिखाया गया कि पाकिस्तान के हमलों को भारतीय सेना ने किस तरह नाकाम किया और सीज फायर उल्लंघन का कड़ा जवाब दिया।
पाकिस्तान से बढ़ते तनाव के बीच भारत ने सीमा पर अपनी पूरी शक्ति का इस्तेमाल करते हुए अपनी संप्रभुता और सुरक्षा को प्राथमिकता दी है।





