पुलकित का राजदार था अंकित, ग्राहकों को अतिरिक्त सेवा देने का अंकिता पर बनाया था दबाव
- ANH News
- 31 मई
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ऋषिकेश/हरिद्वार — वनंत्रा रिज़ॉर्ट हत्याकांड की जांच में एक और अहम किरदार सामने आता है— अंकित गुप्ता उर्फ पुलकित, जो न केवल पुलकित आर्य का निजी सहायक था, बल्कि उसका सबसे करीबी दोस्त और ‘राजदार’ भी माना जा रहा है। जांच के अनुसार, रिज़ॉर्ट में होने वाली संदिग्ध गतिविधियों में अंकित की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण रही है।
ग्राहकों से लेकर कर्मचारियों तक, हर बातचीत का माध्यम बना 'अंकित'
रिज़ॉर्ट का संचालन चाहे बाहरी रूप से पुलकित आर्य के नाम पर होता था, लेकिन आंतरिक व्यवस्था की डोर अंकित गुप्ता के हाथ में थी। ग्राहकों से संपर्क हो या कर्मचारियों को निर्देश देना— अधिकतर संवाद अंकित के माध्यम से ही किया जाता था।
अंकिता को शुरू से ही 'विशेष भूमिका' के लिए रखा गया था
अंकिता भंडारी ने 28 अगस्त 2022 को वनंत्रा रिज़ॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के तौर पर नौकरी शुरू की थी। अन्य कर्मचारियों की तुलना में उसे विशेष सुविधाएं दी गईं— जैसे रिसेप्शन के ठीक बगल में एक वातानुकूलित कमरा। यह भी संकेत करता है कि उसे शुरू से ही किसी 'विशेष उद्देश्य' के तहत नियुक्त किया गया था, जिसके बारे में अंकित को पहले से जानकारी थी।
'मसाज' और 'अतिरिक्त सेवा' के लिए दबाव की शुरुआत भी अंकित से
कुछ ही दिनों में अंकिता पर दबाव बनाया जाने लगा। सबसे पहले अंकित गुप्ता ने ही उस पर रिज़ॉर्ट में आने वाले ग्राहकों को 'मसाज' और फिर 'अतिरिक्त सेवा' देने के लिए दबाव डालना शुरू किया। वह लगातार पुलकित आर्य का हवाला देते हुए अंकिता को मानसिक रूप से तोड़ने की कोशिश करता रहा।
जब अंकिता ने इस तरह के काम से साफ इनकार किया, तब खुद पुलकित आर्य सामने आया। एक पूर्व कर्मचारी के अनुसार, अंकिता के इंकार पर दोनों ने उस पर शारीरिक हिंसा भी की थी।
व्हाट्सएप चैट में अंकिता ने जताई थी चिंता और डर
घटना से पहले अंकिता ने अपने मित्र पुष्पदीप से व्हाट्सएप चैट पर अपनी पीड़ा साझा की थी। उसने साफ शब्दों में कहा था,
“यह बहुत गंदा होटल है… मुझे यहां काम नहीं करना… मैं बहुत असुरक्षित महसूस कर रही हूँ।”
उसने यह भी बताया था कि उस पर लगातार अनैतिक मांगों का दबाव बनाया जा रहा है और अब एक बड़ा वीआईपी आने वाला है जिसके लिए उसे 'अतिरिक्त सेवा' देने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
पर्दे के पीछे से पूरा खेल नियंत्रित कर रहा था अंकित
जांच में सामने आया है कि पुलकित आर्य अधिकतर कर्मचारियों से सीधे संवाद नहीं करता था। वह अंकित गुप्ता के ज़रिए ही सभी निर्देश देता था। यहां तक कि उसका खुद का कमरा रिज़ॉर्ट के पीछे स्थित फैक्टरी के ग्राउंड फ्लोर पर था, जहाँ सिर्फ अंकित ही नियमित रूप से आता-जाता था।
कर्मचारियों के अनुसार, पुलकित आर्य को सिर्फ अंकित पर ही पूरा भरोसा था। अंकित ने पुलकित के इशारे पर कई कर्मचारियों को धमकाया भी था, ताकि वे चुप रहें और रिज़ॉर्ट में चल रही अनैतिक गतिविधियों का विरोध न करें।
इस हत्याकांड में जहां पुलकित आर्य मुख्य आरोपी है, वहीं उसका निजी सहायक अंकित गुप्ता न केवल उसका संपर्क सूत्र, बल्कि साज़िश का संचालनकर्ता भी प्रतीत होता है। अंकिता पर अनैतिक दबाव की शुरुआत और उसके बाद की घटनाएं इस बात की पुष्टि करती हैं कि अंकित गुप्ता की भूमिका महज़ सहायक की नहीं, बल्कि एक महत्वपूर्ण साझेदार की रही है।





