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Ankita Murder Case: वनंत्रा रिजॉर्ट में स्टाफ का होता था शोषण, पुलिस ने बरामद किये थे कई शिकायती पत्र

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 2 दिन पहले
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Ankita Bhandari Murder Case: वनंत्रा रिजॉर्ट एक बार फिर मानवाधिकार और महिला सुरक्षा के सवालों के केंद्र में है। पुलिस जांच में सामने आया है कि रिजॉर्ट से कई कर्मचारियों द्वारा लिखे गए शिकायती पत्र बरामद हुए हैं, जिनमें पुलकित आर्य और उसके साथियों पर गंभीर शोषण और उत्पीड़न के आरोप लगाए गए हैं।


चौंकाने वाली बात यह है कि ये शिकायती पत्र न तो राजस्व पुलिस और न ही नियमित पुलिस तक कभी पहुंच सके। सूत्रों के अनुसार, कई कर्मचारी जान बचाकर रिजॉर्ट छोड़कर भागे, लेकिन उन्हें झूठे केस में फंसाने की धमकी दी जाती थी।


ऑनलाइन पोर्टलों से नियुक्तियां, फिर वीआईपी ‘सेवाओं’ का दबाव

पुलकित आर्य, जो वनंत्रा रिजॉर्ट का मालिक है, ओएलएक्स, क्विकर और अन्य जॉब पोर्टलों के जरिए मैनेजर, रिसेप्शनिस्ट, शेफ और अन्य पदों पर नौकरियों के विज्ञापन डालता था। चयन के बाद, विशेष रूप से महिला कर्मचारियों पर वीआईपी मेहमानों को "अतिरिक्त सेवाएं" देने का दबाव बनाया जाता था।


जब महिलाएं ऐसा करने से इनकार करतीं, तो उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता और किसी भी तरह से उनकी छवि को नुकसान पहुंचाने या कानूनी कार्रवाई की धमकी दी जाती थी।


प्रियंका और उसके पति पर झूठा केस, युवक पैदल भागा रुड़की

मेरठ निवासी प्रियंका और उनके पति, जो वनंत्रा में काम करते थे, इसी तरह के दबाव और प्रताड़ना से परेशान होकर नौकरी छोड़कर लौट गए। पुलकित आर्य ने प्रियंका पर चोरी का झूठा आरोप लगाया, ताकि उसे बदनाम किया जा सके।


एक अन्य घटना में, रुड़की का एक युवक भी पुलकित आर्य और उसके साथी अंकित गुप्ता द्वारा प्रताड़ित किए जाने के बाद पैदल ही रुड़की भाग निकला।


अंकिता भंडारी की हालत थी बदतर, भागना चाहती थी लेकिन...

जानकारी के अनुसार, अंकिता भंडारी भी रिजॉर्ट छोड़ना चाहती थी। उसने अपने कपड़े, शैक्षणिक दस्तावेज और जरूरी सामान एक बैग में रख लिया था। वह मानसिक रूप से इतनी परेशान थी कि खाना तक नहीं खाया था।


लेकिन, आरोपियों ने ऐसा जाल बिछाया कि उसे रिजॉर्ट से निकलने का मौका ही नहीं मिला। इस बात की पुष्टि उन शिकायती पत्रों और घटनाओं से होती है, जो पुलिस को रिसॉर्ट के रिसेप्शन और कर्मचारियों के आवास से बरामद हुए हैं।

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