अलकनंदा में उफान पर, बदरीनाथ में SDRF-पुलिस को अलर्ट के निर्देश
- ANH News
- 4 घंटे पहले
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बदरीनाथ धाम में अलकनंदा नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि के चलते प्रशासन सतर्क हो गया है। बारिश और हिमालयी क्षेत्रों में ग्लेशियरों के पिघलने से नदी उफान पर बह रही है। ऐसे में धाम में चल रहे रीवर फ्रंट विकास कार्यों के कारण नदी के प्रवाह में अवरोध उत्पन्न हो रहा है और नदी का बहाव क्षेत्र संकरा होता जा रहा है।

इसी संदर्भ में उपजिलाधिकारी (एसडीएम) ज्योतिर्मठ चंद्रशेखर वशिष्ठ ने रविवार को बदरीनाथ धाम में रीवर फ्रंट के कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने नदी किनारे जमा मलबे को शीघ्र हटाने के निर्देश कार्यदायी संस्था पीआईयू को दिए।
गौरतलब है कि इससे पूर्व शनिवार को जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) ने इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए पीआईयू को नोटिस जारी किया था, जिसके बाद अब रविवार से मलबा हटाने का कार्य शुरू कर दिया गया है।
अलकनंदा का जलस्तर बना चिंता का विषय, तीर्थयात्रियों को किया गया सतर्क-
बढ़ते जलस्तर को देखते हुए धाम में तैनात पुलिस बल, एसडीआरएफ और सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट पर रखा गया है। एसडीएम वशिष्ठ ने निर्देश दिए कि भारी वर्षा की स्थिति में तीर्थयात्रियों को नदी किनारे न जाने दिया जाए और सभी एजेंसियां आपात स्थिति से निपटने को तैयार रहें।

बदरीनाथ थाना पुलिस को विशेष सतर्कता बरतने और घाटों के पास बैरिकेडिंग सख्त करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं एसडीआरएफ की टीमों को अलर्ट मोड में रखा गया है ताकि किसी भी आपदा की स्थिति में तत्काल रेस्क्यू और राहत कार्य शुरू किया जा सके।
स्थानीय प्रशासन और विभागीय अधिकारी रहे मौजूद-
निरीक्षण के दौरान नगर पंचायत बदरीनाथ के अधिशासी अधिकारी सुनील पुरोहित, थानाध्यक्ष नवनीत भंडारी तथा पीआईयू के अधिकारी भी उपस्थित रहे। अधिकारियों ने साझा रूप से क्षेत्र का जायजा लिया और स्थिति पर कड़ी निगरानी रखने का आश्वासन दिया।
बदरीनाथ धाम में हजारों तीर्थयात्रियों की उपस्थिति और मौसम की अनिश्चितता को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गया है। अलकनंदा के जलस्तर में वृद्धि और नदी के संकरे होते प्रवाह को लेकर कार्यदायी संस्थाओं और सुरक्षा एजेंसियों को सतर्कता बरतने के स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं।
तीर्थयात्रियों से भी अनुरोध किया गया है कि वे प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें और नदी किनारे अनावश्यक रूप से न जाएं।