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Uttqrakhand: चमोली में भूस्खलन से यातायात ठप्प, 3000 श्रद्धालु घंटों फंसे रहे

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 29 जून
  • 2 मिनट पठन

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उत्तराखंड: चमोली जिले में शनिवार की रात हुई तेज बारिश के कारण कई जगह भूस्खलन की घटनाएं हुईं, जिससे बदरीनाथ हाईवे के साथ-साथ अन्य संपर्क मार्गों पर यातायात बाधित हो गया। खासकर पर्थाडीप, क्षेत्रपाल और भनेरपाणी इलाकों में करीब सात घंटे तक हाईवे बंद रहने से लगभग 3000 श्रद्धालु तीर्थयात्रा के दौरान फंसे रहे। यात्रियों ने वाहनों में बैठकर ही हाईवे खुलने का इंतजार किया। वहीं, चमोली-मंडल-कुंड हाईवे करीब 12 घंटे बाद सुचारु हो पाया।


मुख्य संपर्क मार्गों पर यातायात ठप

नंदप्रयाग-नंदानगर मार्ग के सेरा और थिरपाक क्षेत्रों में भी दिनभर यातायात बंद रहा। बदरीनाथ हाईवे नंदप्रयाग के निकट पर्थाडीप, क्षेत्रपाल और भनेरपाणी में भूस्खलन के कारण पूरी तरह बंद हो गया, जिससे बदरीनाथ धाम और हेमकुंड साहिब की ओर जा रहे यात्रियों के वाहन वहीं फंस गए। एनएचआईडीसीएल ने शनिवार सुबह 6 बजे से हाईवे खोलने का कार्य शुरू किया। क्षेत्रपाल और पर्थाडीप में सुबह 10 बजे तक यातायात सुचारु हो गया, लेकिन भनेरपाणी में पहाड़ी से लगातार मलबा गिरने के कारण हाईवे बार-बार बंद होता रहा।


भूस्खलन से टनों मलबा सड़क पर गिरा, यात्रियों की लंबी कतारें लग गईं

शनिवार सुबह करीब 5 बजे भारी मलबा सड़क पर आ गिरा, जिससे दोनों तरफ से वाहन रुक गए और लंबी कतारें लग गईं। करीब 3000 श्रद्धालु फंसे रहे। एनएच विभाग ने जेसीबी मशीनों के माध्यम से मलबा हटाने का कार्य शुरू किया। दोपहर 12 बजे के करीब हाईवे पूरी तरह से खुल पाया, जिससे यात्रियों ने राहत की सांस ली। डीएम संदीप तिवारी ने बताया कि सड़कों को शीघ्र खोलने के लिए पर्याप्त जेसीबी मशीनें लगाई गई हैं और सभी कार्यदायी संस्थाओं को अलर्ट मोड पर रखा गया है।


पर्थाडीप में मलबे के कारण दलदल, वाहन फंसे, बचाव कार्य जारी

पर्थाडीप क्षेत्र में पहाड़ी से आए मलबे के कारण सड़क दलदली हो गई है। हाईवे खुलने के बाद भी वाहन यहां दलदल में फंसते रहे। एक कार दलदल में फंस गई, जिसे जेसीबी की मदद से रस्सी के जरिए सुरक्षित निकाला गया। प्रशासन लगातार यहां बचाव कार्य में जुटा है।


प्रशासन ने फंसे यात्रियों को बांटा पानी और बिस्कुट

चमोली-मंडल-कुंड हाईवे पर बैरागना और गड़सेरा के पास बंद रहने से दोनों तरफ से श्रद्धालु और स्थानीय लोग फंसे रहे। चमोली तहसील प्रशासन की टीम ने फंसे यात्रियों को राहत स्वरूप पानी और बिस्कुट वितरित किए, ताकि उनकी परेशानी कम हो सके।


बारिश से गदेरे हुए रिचार्ज, सूखे जलस्रोतों में भी पानी आया

भारी बारिश से चमोली जनपद के कई बरसाती गदेरे भर गए हैं और प्राकृतिक जलस्रोतों में पानी की बहार आ गई है। दशोली ब्लॉक के निजमुला घाटी सहित मंडल घाटी और गोपेश्वर-पोखरी मोटर मार्ग के आस-पास कई गदेरों में पानी की मात्रा बढ़ी है। इसके अलावा अमृत गंगा, बालखिला और नंदाकिनी नदियों का जलस्तर भी बढ़ा है, जो इलाके में जलस्रोतों के पुनर्भरण का संकेत है।

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