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BJP प्रदेशाध्यक्ष पद के लिए केवल महेंद्र भट्ट ने किया नामांकन, मुख्यमंत्री समेत वरिष्ठ नेता रहे मौजूद

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 30 जून
  • 2 मिनट पठन
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उत्तराखंड: भारतीय जनता पार्टी ने उत्तराखंड में प्रदेश अध्यक्ष और राष्ट्रीय परिषद सदस्यों के चुनाव की प्रक्रिया शुरू कर दी है। रविवार को प्रदेश मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश चुनाव अधिकारी खजान दास ने राष्ट्रीय चुनाव अधिकारी के. लक्ष्मण के निर्देशानुसार चुनाव अधिसूचना जारी की, साथ ही 125 अधिकृत मतदाताओं की मतदाता सूची भी सार्वजनिक की गई।


सबसे अहम बात यह रही कि प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए केवल महेंद्र भट्ट ने नामांकन दाखिल किया है, जिससे उनका दूसरी बार निर्विरोध निर्वाचित होना लगभग तय माना जा रहा है। इस मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, केंद्रीय राज्य मंत्री अजय टम्टा, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, सांसद अजय भट्ट सहित कई वरिष्ठ नेता उपस्थित रहे।


नामांकन प्रक्रिया और समय-सारिणी

चुनाव अधिकारी खजान दास के अनुसार,

नामांकन दाखिल करने की अंतिम समयसीमा सोमवार, 1 जुलाई को दोपहर 12 बजे तक रखी गई है।

उसके बाद दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक नामांकन पत्रों की जांच प्रक्रिया होगी।

फिर दोपहर 3 बजे से 4 बजे के बीच नामांकन वापसी की अवधि तय की गई है।

रात तक परिणाम की औपचारिक घोषणा कर दी जाएगी।


प्रदेश अध्यक्ष बनने की पात्रता क्या होनी चाहिए?

पार्टी संविधान के अनुसार अध्यक्ष पद के लिए वही कार्यकर्ता नामांकन कर सकता है जिसने कम से कम तीन वर्ष तक पार्टी में सक्रिय सदस्य के रूप में कार्य किया हो और पिछले 10 वर्षों से प्राथमिक सदस्यता ली हो।


नामांकन का प्रस्ताव कैसे किया जाता है?

प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए नामांकन उसी कार्यकर्ता का किया जा सकता है जिसका नाम प्रदेश निर्वाचक मंडल के कम से कम 10 सदस्य संयुक्त रूप से प्रस्तावित करें।

यह प्रस्ताव कम से कम एक-तिहाई जिलों से आना अनिवार्य है ताकि व्यापक प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया जा सके।


राष्ट्रीय परिषद सदस्यों का चयन

राष्ट्रीय परिषद के सदस्यों का चुनाव भी पार्टी के संविधान के अनुसार ही संपन्न होगा:

प्रदेश परिषद अपने राज्य से उतनी संख्या में राष्ट्रीय परिषद सदस्य निर्वाचित करेगी, जितनी लोकसभा सीटें उस राज्य में हैं।

इनमें अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग का प्रतिनिधित्व अनिवार्य है।

राज्य को दो-दो लोकसभा क्षेत्रों के आधार पर भागों में विभाजित किया जाएगा और हर भाग से कम से कम एक प्रतिनिधि चुना जाएगा।


राजनीतिक संकेत और संगठनात्मक संतुलन

महेंद्र भट्ट का दोबारा अध्यक्ष बनना संगठन में उनके मजबूत पकड़ और नेतृत्व की स्वीकार्यता को दर्शाता है। उनके नेतृत्व में पार्टी ने पिछले कुछ वर्षों में राज्य में कई संगठनात्मक गतिविधियों को गति दी है। वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति से यह संकेत भी मिलता है कि पार्टी अंदरूनी एकता और आगामी चुनावी रणनीति को लेकर गंभीर है।

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