चारधाम यात्रा में सभी को मिलेगा समान दर्शन, अब नहीं लिया जाएगा VIP शुल्क, बीकेटीसी का फैसला
- ANH News
- 10 मार्च
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चारधाम यात्रा पर आने वाले वीआईपी श्रद्धालुओं से इस बार दर्शन शुल्क नहीं लिया जाएगा। बदरी-केदार मंदिर समिति (बीकेटीसी) ने 2023 में वीआईपी दर्शन के लिए 300 रुपये शुल्क निर्धारित किया था, जिसके बाद उसे लाखों रुपये की आय प्राप्त हुई थी।
बीकेटीसी ने तिरुपति बालाजी, श्री वैष्णो देवी, महाकालेश्वर और सोमनाथ मंदिरों में पूजा और दर्शन व्यवस्थाओं के प्रबंधन का अध्ययन करने के बाद बदरीनाथ और केदारनाथ धाम में वीआईपी दर्शन के लिए 300 रुपये शुल्क लगाने का निर्णय लिया था। इस व्यवस्था से बीकेटीसी को करीब डेढ़ करोड़ रुपये से अधिक की आय हुई थी।
हालांकि, प्रदेश सरकार ने इस व्यवस्था को समाप्त करने का निर्णय लिया है। 5 फरवरी को ऋषिकेश में चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर आयोजित एक बैठक में आयुक्त गढ़वाल, विनय शंकर पांडेय की अध्यक्षता में यह फैसला लिया गया था। बैठक में निर्णय लिया गया कि अब वीआईपी दर्शन के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा।
बीकेटीसी के सूत्रों का कहना है कि पिछले वर्ष धाम में पेटीएम के माध्यम से चंदा एकत्र करने के साथ-साथ वीआईपी दर्शन शुल्क पर सवाल उठे थे। क्योंकि हर साल बड़ी संख्या में वीआईपी दर्शन के लिए आते हैं और उन सभी से शुल्क वसूलने का लेखा-जोखा रखना मुश्किल हो जाता है। साथ ही, मंदिरों में सभी श्रद्धालु समान रूप से पूज्य होते हैं, ऐसे में अलग से वीआईपी शुल्क लेने की व्यवस्था पर सवाल उठना स्वाभाविक था।
इसके अतिरिक्त, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 30 अप्रैल से शुरू होने वाली चारधाम यात्रा की तैयारियों की समीक्षा बैठक करने का निर्णय लिया है। यह बैठक 10 मार्च को आयोजित की जाएगी, जिसमें यात्रा से संबंधित सभी विभागों के उच्च अधिकारी उपस्थित होंगे। इस बैठक में यात्रा की व्यवस्थाओं और सुरक्षा के संबंध में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए जा सकते हैं।
इसके साथ ही, पर्यटन विभाग होली के बाद तीर्थयात्रियों का पंजीकरण प्रक्रिया शुरू कर सकता है। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में इस पर भी निर्णय लिया जाएगा। इस बार पंजीकरण के लिए आधार नंबर को अनिवार्य बनाने की योजना है, जिसके लिए पोर्टल को अपडेट किया जा रहा है।





