CharDham Yatra 2025: सुरक्षा के व्यापक इंतजाम, यात्रा मार्ग पर 2000 CCTV कैमरे और आतंकवाद निरोधक दस्ता
- ANH News
- 1 मई
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चारधाम यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए व्यापक और कड़ी व्यवस्था की गई है। इस बार यात्रा को लेकर सुरक्षा उपायों को विशेष रूप से सख्त और मजबूत किया गया है, ताकि यात्रा के दौरान किसी भी तरह की कोई असुविधा या सुरक्षा संबंधी समस्या न हो।
सुरक्षा के व्यापक इंतजाम: तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए इस बार 10 कंपनी पैरामिलिट्री, 17 कंपनी पीएसी, और अर्धसैनिक बल के साथ-साथ पुलिस के जवानों की तैनाती की गई है। इसके अलावा, आतंकवाद निरोधक दस्ता (ATS) को भी यात्रा मार्ग पर 10 महत्वपूर्ण स्थानों पर तैनात किया जाएगा। सुरक्षा के लिहाज से 65 स्थानों पर एसडीआरएफ की टीमें तैनात की जाएंगी, जो आपात स्थिति में त्वरित सहायता प्रदान करने के लिए तैयार रहेंगी।
डीजीपी दीपम सेठ का बयान: इससे पहले, 30 अप्रैल को गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुलने के दिन, डीजीपी दीपम सेठ ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि पिछले साल के अनुभव को ध्यान में रखते हुए इस बार चारधाम यात्रा के दौरान सुरक्षा और यातायात व्यवस्था में कई सुधार किए गए हैं। उन्होंने कहा कि सुरक्षा के लिए कई नई पहल की गई हैं, जो यात्रियों को अधिक सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा सुनिश्चित करेंगी।
यात्रा की निगरानी और कंट्रोल रूम: चारधाम यात्रा के मार्ग की सुरक्षा और निगरानी के लिए पूरे राज्य में विशेष कंट्रोल रूम बनाए गए हैं। आईजी गढ़वाल के कार्यालय में यात्रा के लिए एक कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है, जहां से पूरी यात्रा की पल-पल की जानकारी ली जा सकेगी। साथ ही, 2000 सीसीटीवी कैमरे भी यात्रा मार्ग पर लगाए जाएंगे, जो सुरक्षा और यातायात व्यवस्था की निगरानी करेंगे। यह कैमरे पूरी यात्रा को कवर करेंगे और उनके माध्यम से कंट्रोल रूम में जानकारी भेजी जाएगी।
आपदा प्रबंधन: आपदा से निपटने के लिए भी 65 स्थानों पर एसडीआरएफ की टीमें तैनात की जाएंगी। इन टीमों को आपातकालीन परिस्थितियों में तुरंत सहायता प्रदान करने के लिए पूरी तरह तैयार रखा जाएगा। इसके अलावा, 10 स्थानों पर आतंकवाद निरोधक दस्ता तैनात रहेगा, जो स्वचालित हथियारों से लैस होगा। पहलगाम की घटना के बाद, राज्य में रेड अलर्ट जारी किया गया है, और पुलिस किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।
यातायात और पार्किंग व्यवस्थाएं: यात्रा मार्ग पर 156 पार्किंग स्थल और 56 होल्डिंग एरिया तैयार किए गए हैं, ताकि यात्रियों को वाहन पार्क करने में कोई परेशानी न हो। यात्रा के रूट को 15 सुपर जोन और अन्य सेक्टरों में बांटा गया है, ताकि यातायात का बेहतर प्रबंधन किया जा सके। इन व्यवस्थाओं के माध्यम से यात्री आसानी से अपनी यात्रा को पूरा कर सकेंगे और किसी भी तरह की भीड़-भाड़ से बच सकते हैं।
सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी: यात्रियों को यात्रा के दौरान सोशल मीडिया के माध्यम से सभी महत्वपूर्ण जानकारियां उपलब्ध कराई जाएंगी। साथ ही, सोशल मीडिया पर गलत और भ्रामक जानकारी फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, ताकि यात्रियों को सही और सटीक जानकारी मिले।
समग्र सुरक्षा प्रबंध: कृष्णा अभिषेक, कश्मीरा शाह जैसी प्रमुख हस्तियों की उपस्थिति के कारण, इस बार यात्रा के दौरान सुरक्षा की जिम्मेदारी और भी बढ़ गई है। पुलिस और सुरक्षा बल किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं, ताकि तीर्थयात्रियों को एक सुरक्षित, शांतिपूर्ण और सुखद यात्रा का अनुभव हो सके।
सामूहिक रूप से यह सुरक्षा इंतजाम और योजनाएं तीर्थयात्रियों को न केवल सुरक्षित यात्रा का आश्वासन देती हैं, बल्कि यह भी सुनिश्चित करती हैं कि यात्रा में किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।