आपदा का जायजा लेने पहुंचे मुख्यमंत्री, लापता लोगों की खोज में तेजी के निर्देश
- ANH News
- 7 जुल॰
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उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को यमुनोत्री हाईवे पर सिलाई बैंड, ओजरी और स्यानाचट्टी क्षेत्रों में हाल ही में हुई आपदा के स्थलों का हवाई सर्वेक्षण कर स्थिति का जायजा लिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रभावित इलाकों के हालात की समीक्षा करते हुए शासन और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों को युद्धस्तर पर राहत एवं पुनर्वास कार्यों को तीव्र गति से आगे बढ़ाने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा की इस चुनौतीपूर्ण घड़ी में प्रभावित प्रत्येक नागरिक की हरसंभव सहायता सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि राहत कार्यों में देर और लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, और ज़मीनी स्तर पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
सिलाई बैंड में बादल फटने की घटना – 9 लोग बहे, 7 अभी भी लापता
गौरतलब है कि 28 जून 2025 को यमुनोत्री हाईवे के सिलाई बैंड क्षेत्र में बादल फटने की दुखद घटना सामने आई थी, जिसमें एक निजी होटल परिसर में अस्थायी रूप से टिनशेड व प्लाई के कमरों में रह रहे नौ श्रमिक मलबे व तेज बहाव के साथ बह गए थे। राहत कार्यों के दौरान अब तक दो शव बरामद किए जा चुके हैं, जबकि सात अन्य अभी भी लापता हैं, जिनकी तलाश लगातार जारी है। साथ ही बीस मजदूरों को समय रहते सुरक्षित बचा लिया गया, जो राहत दल की तत्परता को दर्शाता है।
ओजरी में हाईवे का हिस्सा बहा, युद्धस्तर पर शुरू हुआ स्पान पुल निर्माण
ओजरी क्षेत्र में भी यमुनोत्री हाईवे का एक बड़ा हिस्सा भूस्खलन और भारी बारिश के कारण बह गया है, जिससे इस मार्ग पर एक सप्ताह बाद भी आवाजाही पूरी तरह से बाधित है। मुख्यमंत्री ने इस क्षेत्र का भी निरीक्षण करते हुए जानकारी दी कि एनएच विभाग द्वारा 24 मीटर लंबा स्पान पुल (बैली ब्रिज) युद्धस्तर पर निर्मित किया जा रहा है ताकि यातायात जल्द से जल्द बहाल किया जा सके।
स्यानाचट्टी में झील के मुहाने को खोलने का कार्य जारी
मुख्यमंत्री ने स्यानाचट्टी क्षेत्र में बनी झील के मुहाने को खोलने और पानी की निकासी के प्रयासों की भी समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिया कि भविष्य में संभावित जोखिमों को ध्यान में रखते हुए इस प्रकार के प्राकृतिक जल जमाव स्थलों की सतत निगरानी और वैज्ञानिक प्रबंधन किया जाए।
स्थलीय निगरानी और नियमित रिपोर्टिंग के निर्देश
मुख्यमंत्री धामी ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों में तैनात वरिष्ठ प्रशासनिक और तकनीकी अधिकारियों को राहत और बचाव कार्यों की निरंतर स्थलीय निगरानी करते रहने और नियमित रूप से विस्तृत रिपोर्ट शासन को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासनिक तत्परता और मानवीय संवेदनशीलता के साथ कार्य करते हुए, राहत कार्यों को प्रभावी रूप से अंजाम दिया जाए।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भी रहे साथ
मुख्यमंत्री के इस निरीक्षण दौरे में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट भी उनके साथ मौजूद रहे। उन्होंने भी आपदा राहत कार्यों का अवलोकन किया और प्रभावित नागरिकों से संपर्क कर उनके हालचाल लिए।





