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भूकंप से पहले देगा चेतावनी, सीएम धामी ने की 'भूदेव' ऐप डाउनलोड करने की अपील, जानिए कैसे करेगा काम?

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 13 अप्रैल
  • 2 मिनट पठन
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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को प्रदेशवासियों से 'भूदेव ऐप' को अपने मोबाइल में डाउनलोड करने की अपील की है। यह ऐप उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (USDMA) और आईआईटी रुड़की के संयुक्त प्रयास से विकसित किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड भूकंप की दृष्टि से अत्यंत संवेदनशील राज्य है, ऐसे में नागरिकों का जागरूक और सतर्क रहना बेहद जरूरी है।


मुख्यमंत्री ने लोगों से अनुरोध किया कि वे न केवल अपने मोबाइल फोन में यह ऐप डाउनलोड करें, बल्कि अपने परिजनों और परिचितों को भी इसके लिए प्रेरित करें ताकि अधिक से अधिक लोग आपदा के समय सुरक्षित रह सकें।


कैसे काम करता है ‘भूदेव’ ऐप?

आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जारी जानकारी के अनुसार, राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में 169 सेंसर और 112 सायरन स्थापित किए गए हैं। जब भूकंप आता है, तो उससे दो प्रकार की तरंगें उत्पन्न होती हैं – प्राइमरी (P-Waves) और सेकेंडरी (S-Waves)।


  • प्राइमरी तरंगें भूकंप की पहली चेतावनी होती हैं, जो बिना किसी नुकसान के होती हैं।


  • इन तरंगों को राज्यभर में लगे सेंसर तुरंत डिटेक्ट कर लेते हैं।


  • यदि भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 5 या उससे अधिक होती है, तो भूदेव ऐप के माध्यम से मोबाइल फोन में तुरंत सायरन बज उठेगा।


  • यह सायरन सेकेंडरी तरंगों के आने से करीब 15 से 30 सेकेंड पहले बजेगा। यह कुछ सेकेंड की चेतावनी आम नागरिकों को सुरक्षित स्थान पर पहुँचने का महत्वपूर्ण अवसर दे सकती है।


कहां से करें डाउनलोड?

भूदेव ऐप को गूगल प्ले स्टोर और एपल ऐप स्टोर दोनों पर उपलब्ध कराया गया है। इसे मुफ्त में डाउनलोड कर आसानी से इंस्टॉल किया जा सकता है।


सुरक्षित भविष्य के लिए एक छोटा कदम

आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि यह ऐप राज्य के नागरिकों को संभावित भूकंप के प्रति न केवल पहले से सतर्क करेगा, बल्कि जीवन रक्षा के लिए आवश्यक निर्णय लेने का समय भी देगा।


मुख्यमंत्री ने इस पहल को “भविष्य की सुरक्षा के लिए एक बड़ा कदम” बताते हुए सभी नागरिकों से इसका लाभ उठाने की अपील की है।

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