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'ग्रीन एनर्जी, पर्यटन और उद्योग से बनेगा आत्मनिर्भर उत्तराखंड...', मुख्यमंत्री धामी का ऐलान

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 4 दिन पहले
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उत्तराखंड: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि वैश्विक निवेशक सम्मेलन में हस्ताक्षरित 3.56 लाख करोड़ रुपये के निवेश समझौते (एमओयू) में से एक लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश की ग्राउंडिंग हो चुकी है। उन्होंने इसे राज्य निर्माण के बाद उत्तराखंड की दूसरी औद्योगिक क्रांति करार दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार बागवानी पर्यटन, ग्रीन एनर्जी, साहसिक पर्यटन, और अन्य संभावनाशील क्षेत्रों में आय के नए स्रोत विकसित करने पर विशेष बल दे रही है। साथ ही, आने वाले 25 वर्षों के लिए एक समग्र विकास रोडमैप तैयार किया जा रहा है, जो उत्तराखंड को समृद्ध, आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने की दिशा में मार्गदर्शन करेगा।


मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य निर्माण की रजत जयंती के उपलक्ष्य में प्रदेशभर में रजतोत्सव समारोहों का आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन एक नवंबर को पारंपरिक इगास पर्व से आरंभ होकर 11 नवंबर तक चलेगा, जिसके दौरान पूरे प्रदेश में विभिन्न सांस्कृतिक और जनभागीदारी कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह रजत जयंती वर्ष केवल उत्सव का अवसर नहीं, बल्कि आत्ममंथन, नवसंकल्प और भविष्य की दिशा तय करने का समय भी है। इसी क्रम में राज्य सरकार आगामी 25 वर्षों के विकास का खाका प्रस्तुत करेगी, जिसका लक्ष्य एक आत्मनिर्भर, सशक्त और विकसित उत्तराखंड का निर्माण है।


मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2047 तक विकसित भारत के संकल्प को देशवासियों के सामने रखा है, और उत्तराखंड इस दिशा में दृढ़ संकल्पित होकर आगे बढ़ रहा है। वर्ष 2050 राज्य स्थापना का स्वर्ण जयंती वर्ष होगा, और तब तक के लिए सरकार एक सुस्पष्ट और व्यावहारिक विकास रोडमैप तैयार कर रही है।


उन्होंने बताया कि राज्य की रजत जयंती समारोहों के अंतर्गत तीन और चार नवंबर को देहरादून में विधानसभा का विशेष सत्र आयोजित किया जा रहा है। इस सत्र में तीन नवंबर को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का विशेष संबोधन होगा, जो पूरे राज्य के लिए गौरव का विषय है। इस सत्र में राज्य के समग्र विकास, नीति निर्माण और भविष्य की प्राथमिकताओं पर गहन विचार-विमर्श किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि नौ नवंबर को राज्य स्थापना दिवस के मुख्य समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मार्गदर्शन प्राप्त होगा, जो उत्तराखंड के लिए अत्यंत प्रेरणादायक क्षण होगा।


राज्य की प्रगति का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री धामी ने बताया कि राज्य की अर्थव्यवस्था का आकार 26 गुना बढ़ा है, जबकि प्रति व्यक्ति आय में 17 गुना वृद्धि दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि ऊधमसिंह नगर जिले के खुरपिया फार्म में औद्योगिक स्मार्ट सिटी कॉरिडोर के लिए दस हजार एकड़ भूमि आवंटित की गई है, जहाँ लगभग पचास हजार रोजगार सृजित होने की संभावना है। इसके साथ ही, पिछले चार वर्षों में 26 हजार से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरियां प्रदान की जा चुकी हैं, और आगे दस हजार और युवाओं को रोजगार देने की दिशा में कार्य चल रहा है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि यह आयोजन केवल सरकार का नहीं, बल्कि जनभागीदारी का उत्सव है — एक ऐसा अवसर जिसमें हर नागरिक राज्य के विकास का सहभागी बनता है। उन्होंने इस अवसर पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को नमन करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में ही उत्तराखंड को अलग राज्य का दर्जा प्राप्त हुआ था। मुख्यमंत्री ने देश की सीमाओं पर बलिदान देने वाले वीर जवानों और राज्य आंदोलन के शहीदों को भी श्रद्धांजलि अर्पित की।


पत्रकारों से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने राज्य के पत्रकारों के लिए आवासीय योजना को लेकर सहमति जताई और कहा कि पत्रकार समाज का सशक्त स्तंभ हैं, इसलिए उनके लिए इस योजना की आवश्यकता लंबे समय से महसूस की जा रही थी। उन्होंने भरोसा दिलाया कि सरकार इस दिशा में शीघ्र ठोस कदम उठाएगी।


मुख्यमंत्री धामी के संबोधन ने यह स्पष्ट कर दिया कि राज्य सरकार उत्तराखंड को नए युग की विकास यात्रा पर अग्रसर करने के लिए ठोस योजनाओं और जनसहभागिता के साथ आगे बढ़ रही है, ताकि आने वाले 25 वर्ष उत्तराखंड के लिए स्वर्णिम युग सिद्ध हों।

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