कोविड मामलों में बढ़ोतरी के बीच उत्तराखंड सरकार अलर्ट, सभी संदिग्धों की रैपिड और आरटी-पीसीआर जांच अनिवार्य
- ANH News
- 27 मई
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देश के विभिन्न राज्यों में कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी के बीच उत्तराखंड सरकार ने भी सतर्कता बढ़ा दी है। प्रदेश में कोविड लक्षणों वाले प्रत्येक व्यक्ति की अनिवार्य रूप से रैपिड एंटीजन टेस्ट और आरटी-पीसीआर जांच की जाएगी। राज्य सरकार ने संभावित खतरे से निपटने के लिए एक व्यापक रणनीति तैयार की है।
स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने सोमवार को सचिवालय में उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए कोविड प्रबंधन को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए। बैठक में स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख अधिकारी शामिल रहे।
कोविड जांच और उपचार की तैयारियों को लेकर दिशा-निर्देश:
राज्य के सभी कोविड जांच केंद्रों को पर्याप्त मात्रा में रैपिड टेस्ट और आरटी-पीसीआर किट मुहैया कराई जाएं।
अस्पतालों में संभावित आपात स्थिति से निपटने के लिए सभी संसाधनों को अलर्ट मोड में रखा जाए।
कोविड मरीजों के लिए आइसोलेशन बेड, ऑक्सीजन सिलिंडर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, बाइपैप मशीन, वेंटिलेटर, ICU बेड, ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट और आवश्यक दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।
सभी सरकारी और निजी अस्पतालों व लैब को IHIP (इंटीग्रेटेड हेल्थ इन्फॉर्मेशन पोर्टल) पर कोविड जांच रिपोर्ट अपलोड करना अनिवार्य किया गया है।
इन्फ्लुएंजा जैसे लक्षण वालों पर विशेष निगरानी
स्वास्थ्य सचिव ने निर्देश दिया कि अस्पतालों में आने वाले इन्फ्लुएंजा जैसे लक्षणों वाले मरीजों की विशेष स्क्रीनिंग की जाए। कोविड और फ्लू के मामलों के बीच अंतर समझना और उनकी सही निगरानी करना जरूरी है, जिससे समय रहते सही उपचार सुनिश्चित किया जा सके।
"घबराएं नहीं, सतर्क रहें": स्वास्थ्य सचिव
डॉ. आर. राजेश कुमार ने कहा, "प्रदेश में कोविड संक्रमण नियंत्रण में है, लेकिन सावधानी जरूरी है। सरकार हर चुनौती से निपटने को पूरी तरह तैयार है।" उन्होंने जनता से अफवाहों से बचने और केवल आधिकारिक सूचनाओं पर विश्वास करने की अपील की।
बैठक में ये अधिकारी रहे मौजूद:
डॉ. सुनीता टम्टा – महानिदेशक चिकित्सा
डॉ. आशुतोष सयाना – निदेशक चिकित्सा शिक्षा
डॉ. पंकज सिंह – सहायक निदेशक
डॉ. मनोज शर्मा – मुख्य चिकित्साधिकारी, देहरादून
डॉ. आर.एस. बिष्ट – सीएमएस, दून मेडिकल कॉलेज





