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महिला अधिकारी से चलती कार में छेड़छाड़, विरोध पर मारपीट, पुलिस ने दर्ज किया मामला

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 27 जुल॰
  • 2 मिनट पठन
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उत्तराखंड में पंचायत चुनाव ड्यूटी से लौट रही एक महिला मतदान अधिकारी के साथ शर्मनाक घटना सामने आई है। अल्मोड़ा जिले में एक अज्ञात कार चालक ने महिला अधिकारी के साथ छेड़छाड़ और जबरदस्ती की कोशिश की। विरोध करने पर उसके साथ मारपीट की गई। अपनी जान और सम्मान बचाने के लिए महिला अधिकारी को चलती कार से कूदना पड़ा।


घटना का विवरण:

यह घटना 24 जुलाई की शाम करीब साढ़े छह बजे की है, जब पंचायत चुनाव के पहले चरण का मतदान संपन्न होने के बाद एक महिला मतदान अधिकारी ग्राम पंचायत मल्ला डाभर (अल्मोड़ा) से अपनी ड्यूटी पूरी कर ताड़ीखेत लौटने के लिए सड़क किनारे वाहन का इंतजार कर रही थी।


इसी दौरान एक सफेद रंग की कार वहां आकर रुकी। चालक ने महिला को लिफ्ट देने की पेशकश की। महिला अधिकारी का निवास पास ही होने के कारण वह चालक की बातों में आकर कार में बैठ गई। लेकिन कुछ ही दूरी पर कार बढ़ते ही चालक ने अश्लील हरकतें और छेड़छाड़ शुरू कर दी।


विरोध पर हुई मारपीट, महिला ने कूदकर बचाई जान

जब महिला ने विरोध किया और कार रोकने को कहा, तो आरोपी ने गाड़ी की रफ्तार बढ़ा दी और उसके साथ जबरन व्यवहार करने की कोशिश की। खुद को बचाने के लिए महिला अधिकारी ने साहस दिखाते हुए चलती कार से छलांग लगा दी। स्थानीय लोगों की मदद से महिला ने किसी तरह खुद को सुरक्षित किया और तुरंत पुलिस को सूचना दी।


पुलिस कार्रवाई:

घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और पीड़िता की तहरीर के आधार पर अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ छेड़छाड़ और मारपीट की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।


एसएसपी अल्मोड़ा, देवेंद्र पींचा ने बताया कि:

"मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपी वाहन चालक की पहचान और गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं। जांच प्रगति पर है।"


प्रशासन पर उठे सवाल

इस घटना ने चुनाव ड्यूटी पर तैनात महिला कर्मियों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। चुनाव के दौरान ड्यूटी करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को सुरक्षित परिवहन सुविधा न देना प्रशासन की बड़ी चूक मानी जा रही है।


इस घटना ने न केवल महिला कर्मचारियों की सुरक्षा व्यवस्था पर चिंता जताई है, बल्कि यह भी दर्शाया है कि एक जिम्मेदार कर्मचारी को ड्यूटी से लौटते हुए कितने खतरों का सामना करना पड़ सकता है। पीड़िता की बहादुरी से जहां उसकी जान बची, वहीं अब उम्मीद है कि पुलिस जल्द ही आरोपी को पकड़कर कड़ी सजा दिलवाएगी।

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