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त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव: नोडल अफसर अलर्ट, 24 घंटे चलेंगे कंट्रोल रूम, हर सूचना पर तुरंत कार्रवाई

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 24 जुल॰
  • 2 मिनट पठन
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राज्य में होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों को शांतिपूर्ण, सुचारू और सुरक्षित तरीके से संपन्न कराने के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है। विशेष रूप से उन क्षेत्रों में जहाँ दूरसंचार नेटवर्क उपलब्ध नहीं है (शैडो एरिया), वहाँ पुलिस वायरलेस सिस्टम और सेटेलाइट फोन के माध्यम से संचार व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।


मंगलवार को राज्य निर्वाचन आयुक्त सुशील कुमार ने चुनाव से जुड़े सभी प्रमुख विभागों के नोडल अधिकारियों के साथ वर्चुअल माध्यम से एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक की। बैठक में चुनाव के दौरान आने वाली संभावित चुनौतियों और उनके समाधान पर चर्चा की गई।


हर स्तर पर रहेगी कड़ी निगरानी: कंट्रोल रूम 24x7 होंगे सक्रिय

राज्य निर्वाचन आयुक्त ने सभी संबंधित विभागों — लोक निर्माण विभाग, स्वास्थ्य विभाग, परिवहन, पुलिस, प्रशासन, और आपदा प्रबंधन — को यह निर्देश दिया कि चुनाव अवधि के दौरान सभी कंट्रोल रूम 24 घंटे सक्रिय रहेंगे। कहीं से भी सूचना प्राप्त होने पर उस पर तत्काल और प्रभावी कार्रवाई की जाएगी।


चुनाव प्रक्रिया में लगे सभी अधिकारी, कर्मचारियों और पोलिंग पार्टियों को समय पर उनके गंतव्य तक पहुंचाना सर्वोच्च प्राथमिकता होगी। इसके लिए लॉजिस्टिक्स, सुरक्षा और संचार से जुड़ी सभी व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त रखने के निर्देश दिए गए हैं।


संचार व्यवस्था का होगा वैकल्पिक प्रबंध

चुनाव के दौरान अगर किसी क्षेत्र में मोबाइल नेटवर्क उपलब्ध नहीं होता है, तो वहाँ पुलिस वायरलेस और सेटेलाइट फोन का प्रयोग किया जाएगा, ताकि संचार में कोई बाधा न आए और सूचनाओं का तत्काल आदान-प्रदान हो सके।


आपदा या सड़क अवरोध पर त्वरित कार्रवाई का निर्देश

निर्वाचन आयुक्त ने यह भी स्पष्ट किया कि अगर किसी स्थान पर मौसम खराब होने या भूस्खलन जैसी आपदा के कारण सड़क अवरुद्ध होती है, तो लोक निर्माण विभाग और अन्य संबद्ध एजेंसियां न्यूनतम समय में यातायात बहाल करेंगी। सभी नोडल अफसरों को निर्देशित किया गया है कि वे सतत निगरानी बनाए रखें और किसी भी स्थिति में तत्परता से कार्रवाई करें।


जिलाधिकारी और चुनाव पर्यवेक्षक भी रहेंगे सतर्क

चुनाव की पारदर्शिता और सुचारू संचालन सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक जिले के जिलाधिकारी और निर्वाचन प्रेक्षक को भी अलर्ट मोड में रहने को कहा गया है। मौसम, सड़क मार्गों की स्थिति और संभावित आपदाओं पर नज़र बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं।


निर्वाचन आयोग के सचिव राहुल गोयल ने जानकारी दी कि चुनाव में शामिल सभी विभाग, अधिकारी और पोलिंग टीमें पूरी तरह अलर्ट पर हैं। प्राथमिक उद्देश्य यह है कि मतदान दल सुरक्षित रूप से मतदान केंद्रों तक पहुंचें और चुनाव प्रक्रिया निर्विघ्न पूरी हो।


सुरक्षित, पारदर्शी और निर्बाध चुनाव के लिए प्रशासन सतर्क

राज्य निर्वाचन आयोग की यह व्यापक योजना और समन्वित प्रयास इस बात की पुष्टि करते हैं कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों को पूर्ण निष्पक्षता, पारदर्शिता और सुरक्षा के साथ संपन्न कराने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। शैडो एरिया में वैकल्पिक संचार माध्यमों का प्रबंध और 24x7 कंट्रोल रूम्स की व्यवस्था इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

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