Uttarakhand: 84 महिला सिपाही और 14 महिला इंस्पेक्टरों की बड़ी तैनाती, अवैध शराब माफियाओं की खैर नहीं
- ANH News
- 1 जुल॰
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उत्तराखंड आबकारी विभाग ने राज्य में बढ़ रही अवैध शराब तस्करी पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। इस बार विभाग ने 'स्पेशल-98' नाम से पहचानी जा रही नव नियुक्त 98 महिला कर्मियों को फील्ड ड्यूटी की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है।
यह पहली बार है जब इतनी बड़ी संख्या में महिला सिपाही और उप निरीक्षक एक साथ आबकारी विभाग में नियुक्त किए गए हैं, और वो भी सीधे प्रवर्तन कार्यों में।
'स्पेशल-98' : नए जोश, नई सोच की प्रतीक
‘स्पेशल-98’ में शामिल ये युवा महिला कर्मी न केवल नई ऊर्जा और उत्साह से लबरेज़ हैं, बल्कि उन्होंने उस पारंपरिक सोच को भी तोड़ दिया है जिसमें माना जाता था कि अवैध शराब जैसे खतरनाक धंधों से निपटने का काम पुरुषों का है।
कुल 97 सिपाही पदों में से 84 पर महिलाएं चयनित हुई हैं, जबकि केवल 13 पुरुष चयनित हो सके।
साथ ही, 14 महिला उप निरीक्षकों का भी चयन हुआ है।
इससे विभाग में महिला कर्मचारियों की संख्या 130 के पार पहुंच गई है, जो अब तक की सबसे बड़ी महिला ताकत है।
पंचायत चुनाव और शराब तस्करी: संवेदनशील चेक पोस्ट पर तैनाती
राज्य में पंचायत चुनाव की प्रक्रिया चल रही है और इस दौरान अवैध शराब की आपूर्ति बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। इसी के मद्देनज़र, इन नव नियुक्त महिला कर्मियों को संवेदनशील चेक पोस्टों पर सीधे फील्ड ड्यूटी में तैनात किया गया है।
अब तक दुर्गम और संवेदनशील क्षेत्रों में महिला कर्मियों की तैनाती से परहेज़ किया जाता था।
लेकिन अब यह सोच बदली है और महिलाओं को कंधे से कंधा मिलाकर काम करने का अवसर दिया गया है।
महिला अभियुक्तों पर निगरानी और सटीक पूछताछ
अवैध शराब के नेटवर्क में अब महिलाओं की संलिप्तता भी बढ़ती जा रही है। ऐसे मामलों में महिला सिपाहियों की उपस्थिति से:
तलाशी अभियानों में संवेदनशीलता और कानूनी शुद्धता सुनिश्चित होगी।
महिला अभियुक्तों से पूछताछ भी अधिक प्रभावी और निष्पक्ष रूप से की जा सकेगी।
सूचना तंत्र और खुफिया नेटवर्क और अधिक मजबूत होगा।
ड्यूटी में मानवीयता: घर के नजदीक तैनाती
आयुक्त अनुराधा पाल के नेतृत्व में यह भी सुनिश्चित किया गया है कि सभी नव नियुक्त महिला कर्मियों की शुरुआती तैनाती उनके घरों के नजदीक हो, ताकि वे बेहतर संतुलन के साथ कार्य कर सकें।
“ये युवतियां नई उम्र में जोश से लबरेज़ हैं। उन्होंने उस बैरियर को तोड़ा है जिसमें माना जाता था कि आबकारी में महिलाओं का क्या काम है। हमें इनकी काबिलियत पर पूरा भरोसा है।”
– अनुराधा पाल, आयुक्त, आबकारी विभाग
नारी शक्ति की अगुवाई में नया अध्याय
उत्तराखंड आबकारी विभाग ने इन नई महिला कर्मियों की नियुक्ति से स्पष्ट कर दिया है कि अब कानून व्यवस्था और प्रवर्तन के मोर्चे पर महिलाएं सिर्फ सहयोगी नहीं, बल्कि नेतृत्वकर्ता भी हैं।
'स्पेशल-98' के रूप में एक नई ताकत, नई सोच और नए आत्मविश्वास का उदय हुआ है, जो न केवल अवैध शराब के धंधे को चुनौती देगा, बल्कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में भी एक मजबूत मिसाल बनेगा।





