उत्तराखंड सरकार का खेल परिसरों को लेकर बड़ा फैसला, नए नामों के साथ विकसित होंगी अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं
- ANH News
- 22 मई
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उत्तराखंड सरकार ने राज्य में खेलों को नई पहचान और प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। राज्य के चार प्रमुख खेल परिसरों को अब नए नामों से जाना जाएगा। यह नामकरण सिर्फ पहचान का बदलाव नहीं, बल्कि भविष्य की खेल संरचनाओं को एक संगठित और सशक्त दिशा देने की रणनीति का हिस्सा है।
राज्यपाल की स्वीकृति के बाद मंगलवार को शासनादेश जारी कर दिए गए हैं। यह निर्णय न केवल खेलों को सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संदर्भों से जोड़ने का प्रयास है, बल्कि खिलाड़ियों, प्रशिक्षकों और आयोजकों के लिए सुविधाजनक और केंद्रित व्यवस्था स्थापित करने की दिशा में एक मजबूत कदम भी है।
रजत जयंती खेल परिसर – देहरादून
देहरादून के रायपुर क्षेत्र में स्थित सभी खेल अवस्थापनाओं को अब "रजत जयंती खेल परिसर" के नाम से जाना जाएगा।
यहाँ निम्नलिखित प्रतिष्ठित खेल सुविधाएं शामिल हैं:
महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज
राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम
मल्टीपर्पज हॉल और अन्य खेल सुविधाएं
खेल मंत्री रेखा आर्या के अनुसार, यह नामकरण राज्य के गठन की रजत जयंती के उपलक्ष्य में खेलों के प्रति समर्पण को दर्शाता है।
मानसखंड खेल परिसर – हल्द्वानी (गौलापार)
हल्द्वानी के गौलापार क्षेत्र स्थित खेल संरचनाओं को अब "मानसखंड खेल परिसर" नाम दिया गया है, जो कुमाऊं की सांस्कृतिक विरासत से प्रेरित है।
यहाँ की प्रमुख सुविधाओं में शामिल हैं:
इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम
हॉकी ग्राउंड, तरणताल, मल्टीपर्पज हॉल आदि
योगस्थली खेल परिसर – हरिद्वार
हरिद्वार के खेल क्षेत्र को "योगस्थली खेल परिसर" का नाम दिया गया है, जो इस तीर्थनगरी की योग, ध्यान और आध्यात्मिक पहचान से मेल खाता है।
इस परिसर में शामिल हैं:
वंदना कटारिया हॉकी स्टेडियम
तरणताल, मल्टीपर्पज हॉल और अन्य आधारभूत संरचनाएं
शिवालिक खेल परिसर – रुद्रपुर
रुद्रपुर में स्थित खेल संरचनाओं को अब "शिवालिक खेल परिसर" के नाम से जाना जाएगा, जो उत्तराखंड की भौगोलिक पहचान का प्रतीक है।
यहाँ मौजूद प्रमुख सुविधाएं हैं:
मनोज सरकार स्टेडियम
वेलोड्रम, मल्टीपर्पज हॉल और अन्य खेल आधारभूत ढांचे
स्पोर्ट्स लेगेसी प्लान: भविष्य की खेल नींव का खाका
खेल मंत्री रेखा आर्या ने बताया कि इन परिसरों के नामकरण के पीछे "स्पोर्ट्स लेगेसी प्लान" की विस्तृत योजना है।
इस योजना के अंतर्गत:
राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर के कोचों की नियुक्ति की जाएगी
स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAI) सहित अन्य संस्थानों से सहयोग लिया जाएगा
विभिन्न राज्यों के खेल संरचनाओं का अध्ययन कर सबसे उपयुक्त मॉडल को अपनाया जाएगा
खिलाड़ियों के लिए सर्वोत्तम प्रशिक्षण, इंफ्रास्ट्रक्चर और सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी
खेल मंत्री रेखा आर्या का बयान
"हमारा उद्देश्य केवल नाम बदलना नहीं, बल्कि खेल परिसरों को एकीकृत कर उन्हें आधुनिक, सुव्यवस्थित और अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बनाना है। खिलाड़ियों को प्रशिक्षण से लेकर प्रतियोगिताओं तक हर सुविधा मिल सके, इसके लिए हमने व्यापक योजना बनाई है।"
राज्य सरकार का यह कदम न केवल खेल परिसरों को सांस्कृतिक और क्षेत्रीय पहचान देगा, बल्कि उत्तराखंड को खेलों के क्षेत्र में राष्ट्रीय पहचान दिलाने की दिशा में एक मजबूत प्रयास भी है। यह नामकरण और इसके पीछे की रणनीति राज्य के युवाओं को खेल के क्षेत्र में प्रेरणा देने का कार्य करेगी और उत्तराखंड को "खेल राज्य" के रूप में स्थापित करने की नींव रखेगी।





