उत्तराखंड में 15 साल पुरानी गाड़ियों पर बड़ा फैसला, स्क्रैपिंग के लिए तैयार हो जाएं वाहन मालिक
- ANH News
- 1 दिन पहले
- 2 मिनट पठन

उत्तराखंड। यदि आपकी गाड़ी 15 साल से अधिक पुरानी है और आप उसे सड़क पर चला रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण है। राज्य सरकार ने प्रदूषण नियंत्रण और सड़क सुरक्षा के मद्देनजर पुरानी वाहनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का एलान किया है। इस अभियान के तहत सबसे पहले 15 साल से अधिक पुरानी सरकारी गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन रद्द कर इन्हें स्क्रैप कर दिया जाएगा। इसके बाद प्राइवेट वाहन मालिकों के लिए भी स्क्रैपिंग योजना लागू की जाएगी।
सरकारी वाहनों की लिस्टिंग और स्क्रैपिंग प्रक्रिया
परिवहन विभाग ने केंद्र सरकार के निर्देशानुसार राज्य के सभी सरकारी विभागों से 15 वर्ष से अधिक उम्र वाली गाड़ियों की सूची मांगी है। लगभग 1200 से अधिक सरकारी वाहन इस लिस्ट में शामिल हैं, जिनका रजिस्ट्रेशन कैंसिल कर उन्हें जल्द ही स्क्रैप किया जाएगा। यह कदम न केवल वाहनों की क्षमता और सुरक्षा को ध्यान में रखता है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण के लिए भी आवश्यक माना जा रहा है।
प्रदूषण नियंत्रण के लिए उठाया गया अहम कदम
उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, करीब 30 प्रतिशत वायु प्रदूषण की बड़ी वजह वे वाहन हैं जो अपनी निर्धारित उम्र पूरी कर चुके हैं और जिनका तकनीकी स्तर कम हो चुका है। पुराने वाहन प्रदूषक तत्व अधिक उत्सर्जित करते हैं, जिससे पर्यावरण और सार्वजनिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचता है। ऐसे में एक्सपायर्ड वाहनों की स्क्रैपिंग पर्यावरण संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।
प्राइवेट वाहन मालिकों के लिए राहत और प्रोत्साहन योजना
सरकारी वाहनों के बाद अब प्राइवेट वाहन मालिकों के लिए भी एक विशेष योजना बनाई गई है। यदि कोई वाहन स्वामी अपनी 15 साल से अधिक पुरानी गाड़ी को स्क्रैपिंग के लिए जमा करता है, तो उसे 50 प्रतिशत तक टैक्स में छूट मिलेगी। यह योजना लोगों को पुराने वाहनों को बदलकर पर्यावरण के अनुकूल नए वाहनों को अपनाने के लिए प्रेरित करेगी। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे सड़क सुरक्षा बेहतर होगी और प्रदूषण में भी कमी आएगी।
वाहन मालिकों की प्रतिक्रिया
हालांकि यह निर्णय पर्यावरण के लिए लाभकारी है, लेकिन सभी वाहन मालिक इससे सहमत नहीं हैं। कई लोगों का तर्क है कि हर गाड़ी की गुणवत्ता और हालत अलग होती है, इसलिए केवल उम्र को आधार बनाकर वाहन स्क्रैप करना उचित नहीं है। वाहन स्वामी वीरेन्द्र वर्मा ने कहा, “क्या एक करोड़ रुपये की गाड़ी को भी सिर्फ 15 साल की उम्र पूरी होने पर पुरानी मान लेना सही होगा? स्क्रैपिंग का फैसला वाहन की वास्तविक कंडीशन के आधार पर होना चाहिए, न कि केवल उसकी उम्र पर।”