हेमकुंड साहिब यात्रा शुरू: गोविंदघाट से पंज प्यारों की अगुवाई में श्रद्धालुओं का पहला जत्था पहुंचा दरबार
- ANH News
- 26 मई
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चमोली/गोविंदघाट – विश्व प्रसिद्ध सिख तीर्थस्थल हेमकुंड साहिब के कपाट 25 मई (रविवार) को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। कपाट खुलने से पूर्व आज शनिवार को गोविंदघाट गुरुद्वारे से बैंड-बाजों की गूंज और धार्मिक उल्लास के बीच श्रद्धालुओं का पहला जत्था पंज प्यारों की अगुवाई में घांघरिया के लिए रवाना हुआ। इस मौके पर श्रद्धालुओं के चेहरों पर विशेष उमंग और श्रद्धा का भाव देखने को मिला।
भारी उत्साह, अब तक पहुंच चुके हैं 3,000 से अधिक श्रद्धालु
हेमकुंड साहिब की यात्रा को लेकर देशभर से श्रद्धालु उत्तराखंड के गोविंदघाट पहुंच रहे हैं। अब तक 3,000 से अधिक श्रद्धालु गोविंदघाट पहुँच चुके हैं, जिनमें से 500 से अधिक श्रद्धालु पहले ही घांघरिया में रात्रि प्रवास कर चुके हैं। गोविंदघाट गुरुद्वारे में शुक्रवार को ऋषिकेश से आया जत्था भी पहुंचा, जिसके बाद शनिवार को अरदास और शबद कीर्तन के साथ विधिवत यात्रा की शुरुआत की गई।
पंज प्यारों की अगुवाई में शंखनाद, सरोपे पहनाकर दी गई विदाई
शनिवार सुबह गोविंदघाट गुरुद्वारे में सुबह 7:30 बजे अखंड पाठ, 7:45 पर शबद कीर्तन और 7:50 पर अरदास का आयोजन हुआ। उसके बाद 8:00 बजे यात्रा आरंभ का हुकमनामा लिया गया। इस अवसर पर बैंड-बाजों की मधुर धुनों के बीच श्रद्धालुओं को सरोपे पहनाकर पंज प्यारों की अगुवाई में घांघरिया के लिए विदा किया गया। श्रद्धालु "जो बोले सो निहाल" के जयकारों के साथ यात्रा मार्ग पर आगे बढ़े।
पहले दिन 4,000 से अधिक श्रद्धालुओं ने कराया पंजीकरण
गुरुद्वारा प्रबंधन समिति ने जानकारी दी है कि पहले दिन यात्रा के लिए 4,000 से अधिक श्रद्धालुओं ने ऑनलाइन और ऑफलाइन माध्यमों से पंजीकरण करवाया है। यह संख्या लगातार बढ़ रही है, जिससे यात्रा प्रबंधन में सतर्कता और सेवा व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ किया जा रहा है।
रविवार को हेमकुंड साहिब के कपाट विधिवत रूप से खुलेंगे
घांघरिया में रात्रि विश्राम के बाद रविवार को श्रद्धालु हेमकुंड साहिब के लिए प्रस्थान करेंगे। उसी दिन विधिवत पूजा-अर्चना, शबद कीर्तन और अरदास के साथ हेमकुंड साहिब के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शन हेतु खोल दिए जाएंगे। इस अवसर पर पंजाब से सतनाम, हरविंदर सिंह तथा गढ़वाल स्काउट की बैंड पार्टी भी विशेष रूप से मौजूद रहेंगी।
गुरुद्वारा प्रबंधक और श्रद्धालु भी रहे उपस्थित
यात्रा के पहले जत्थे की रवानगी के दौरान गुरुद्वारा प्रबंधक सेवा सिंह, प्रबंधक अध्यक्ष नरेंद्रजीत सिंह बिंद्रा, और अनेक सिख श्रद्धालु मौजूद रहे। उन्होंने यात्रियों को शुभकामनाएँ दीं और सेवा तथा सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी दी।





