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उत्तराखंड में अब मिलावटखोरों का खेल ख़त्म, मिलावटी उत्पादों पर तगड़ी कार्रवाई

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 27 फ़र॰
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Uttarakhand: राज्य सरकार ने त्योहारी सीजन के मद्देनजर प्रदेशभर में मिलावटखोरों के खिलाफ व्यापक अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि नियंत्रण प्रशासन के आयुक्त और स्वास्थ्य सचिव, डॉ. आर राजेश कुमार के अनुसार, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के निर्देश पर प्रशासन ने मिलावटखोरों के खिलाफ छापेमार दस्तों और सचल वाहन टीमों का गठन किया है। स्वास्थ्य सचिव ने यह भी बताया कि विभाग की प्रमुख प्राथमिकता है, आम जनता को गुणवत्तापूर्ण और मिलावट रहित उत्पाद मुहैया कराना।


विभाग के अपर आयुक्त और ड्रग कंट्रोलर, ताजबर जग्गी ने जानकारी दी कि गढ़वाल और कुमाऊं मंडल में छापा मार अभियान लगातार जारी है। इस अभियान के तहत सतर्कता प्रकोष्ठ का गठन किया गया है, जहां शिकायत मिलने पर त्वरित कार्रवाई की जा रही है, साथ ही सर्विलांस के माध्यम से निरंतर निगरानी भी की जा रही है।


हर जिले में नोडल अधिकारियों की तैनाती की गई है, जो फूड इंस्पेक्टर के सहयोग से विभिन्न प्रतिष्ठानों में छापेमारी कर नमूने ले रहे हैं। इसके अलावा, सचल वाहनों के माध्यम से भी नमूने लिए जा रहे हैं। देहरादून, हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर में मावा, पनीर, खोया आदि उत्पादों की सघन जांच की जा रही है।


स्वास्थ्य विभाग ने यूपी के सीमा से सटे शहरों के ड्रग कंट्रोलर और फूड इंस्पेक्टर्स के साथ समन्वय स्थापित कर संयुक्त कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए हैं।


देहरादून, हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर में खासतौर पर कड़ी जांच की जा रही है। देहरादून में आशारोड़ी पर बाहरी राज्यों से आने वाले दूध और उससे बने उत्पादों की जांच की जा रही है। साथ ही, सबसे अधिक शिकायतें ऊधमसिंह नगर और हरिद्वार से प्राप्त हो रही हैं, जहां सघन चेकिंग अभियान चलाकर उत्पादों के नमूने लिए जा रहे हैं।

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