top of page

गुस्से में बाॅल फेंकना ऋषभ पंत को पड़ा भारी, नियम उल्लंघन के लिए आईसीसी ने दी यह सजा

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 24 जून
  • 2 मिनट पठन


ree

इंग्लैंड के खिलाफ लीड्स के हेडिंग्ले में टेस्ट मैच खेला जा रहा है। इस टेस्ट मैच के दौरान भारत के उप कप्तान ऋषभ पंत द्वारा मैदानी अंपायर के फैसले पर असहमत होना भारी पड़ गया।


यह है पूरा मामला: इंग्लैंड की ओर से पहली पारी की एक्सेप्ट पर ओवर में मोहम्मद सिराज गेंदबाजी करने आए थे। और ओवर की तीसरी गेंद के बाद जसप्रीत बुमराह ने बाॅल को लेकर अंपायर से शिकायत की थी। जिसके बाद अंपायर ने बाॅल की जांच की हालांक गेंद तो पास हो गई और अंपायर ने आगे खेल भी जारी रखने के लिए कह दिया। कुछ देर बाद ऋषभ पंत ने गेंद को लेकर दूसरे अंपायर से शिकायत की और इस बार भी बाॅल टेस्ट में पास हो गई परंतु इससे पंत नाखुश दिखे और उन्होंने गुस्से में आकर अंपायर के सामने ही बाॅल फेंक दिया।


पंत को खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ से जुड़ी आईसीसी आचार संहिता की धारा 2.8 के उल्लंघन का दोषी पाया गया जोकि अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान अंपायर के निर्णय पर नाराजगी जताने से संबंधित हैं। इसके अलावा ऋषभ पंत के अनुशासनात्मक रिकॉर्ड में एक डिमैरिट अंक जुड़ गया है। वैसे पिछले 2 सालों में यह पहला अपराध था।


अधिकतम सजा: मैदानी अंपायर क्रिस गाफनी और राइफल के अलावा तीसरे अंपायर शरफुदौला इब्ने शाहिद और चौथे अंपायर माइक बर्न्स द्वारा यह आरोप लगाया गया था। पहले लेवल के लिए अधिकतम सजा खिलाड़ी की मैच फीस का 50% जुर्माना या फिर एक या दो डिमैरिट अंक होती है। जबकि न्यूनतम सजा आधिकारिक फटकार है।


ऋषभ पंत ने अपना अपराध माना है और आईसीसी मैच रेफरी के ICC पैनल के रिची रिचर्डसन द्वारा दी गई सजा को भी स्वीकार कर लिया है।

bottom of page