IND-PAK Ceasefire: 86 घंटे की जंग के बाद संघर्षविराम, लेकिन सीजफायर के बाद भी नहीं बदले पाक के मंसूबे
- ANH News
- 11 मई
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भारत-पाकिस्तान सीमा पर बीते चार दिनों से चला अभूतपूर्व सैन्य संघर्ष शनिवार शाम एक अस्थायी विराम पर पहुंचा, जब दोनों देशों ने आपसी सहमति से गोलाबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने का एलान किया। परंतु पाकिस्तान की नापाक हरकतें थमी नहीं। संघर्षविराम के कुछ ही घंटों बाद सीमा पर धमाकों और संदिग्ध ड्रोन गतिविधियों ने उसके इरादों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए।
ऑपरेशन सिंदूर के जवाब में पाक का दुस्साहस
भारत ने 7 मई को "ऑपरेशन सिंदूर" के तहत पाकिस्तान और POK में नौ आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था। यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के प्रतिशोधस्वरूप की गई थी, जिसमें 26 निर्दोष पर्यटकों की निर्मम हत्या कर दी गई थी। इस ऑपरेशन के बाद पाकिस्तान ने ड्रोन, मिसाइल और लड़ाकू विमानों से भारत के सैन्य व नागरिक ठिकानों को निशाना बनाया।

भारत ने इस पर कड़े और संतुलित जवाबी हमले करते हुए पाकिस्तान के 8 अहम सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया, जिससे उसे भारी सैन्य नुकसान हुआ।
संघर्षविराम का एलान और अमेरिका की 'श्रेय राजनीति'
शनिवार शाम 6 बजे विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने संघर्षविराम की घोषणा की। इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने सोशल मीडिया पर इसका श्रेय लेने का प्रयास किया। हालांकि भारत ने तुरंत इसे खारिज करते हुए स्पष्ट कर दिया कि यह समझौता दोनों देशों के बीच सीधी बातचीत का परिणाम है, किसी तीसरे पक्ष की भूमिका नहीं रही।

रात में फिर भड़का तनाव, पाकिस्तान ने किया संघर्षविराम का उल्लंघन
रात करीब 11 बजे विदेश सचिव को फिर आपात प्रेस वार्ता करनी पड़ी, जिसमें उन्होंने बताया कि पाकिस्तान ने संघर्षविराम के कुछ ही घंटों में उसका उल्लंघन किया। सीमा पर धमाके और ड्रोन की गतिविधियों ने स्पष्ट कर दिया कि पाकिस्तान अभी भी उकसावे की नीति पर कायम है।

पाक को बड़ा सैन्य नुकसान, भारत ने दी करारा जवाब
भारतीय सेना की संयुक्त प्रेस वार्ता में बताया गया कि पाकिस्तान को इस संघर्ष में भारी नुकसान हुआ है। उसके मुख्य एयरबेस, जैसे – रफीकी, मुरिद, चकला, सियालकोट आदि बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं। उसकी हवाई सुरक्षा ढह चुकी है और सैन्य ढांचा लड़खड़ा गया है।

भारत का स्पष्ट संदेश: संयम हमारी नीति, जवाब देना हमारी शक्ति
भारतीय सेना और वायुसेना ने दो टूक कहा कि भारत संघर्षविराम का सम्मान करता है, लेकिन किसी भी उकसावे पर तत्काल और निर्णायक कार्रवाई करेगा। अभी तक भारत ने संयम दिखाया है, लेकिन भविष्य में भी देश की रक्षा के लिए हर आवश्यक कदम उठाया जाएगा।

संघर्षविराम पर संशय बरकरार
भले ही भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ के बीच युद्धविराम पर सहमति बनी हो, लेकिन सीमा पर जारी गतिविधियों से स्पष्ट है कि पाकिस्तान शांति की आड़ में नई साजिशें रच रहा है। भारत की सुरक्षा एजेंसियां पूर्ण सतर्कता के साथ स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।
भारत ने एक बार फिर साबित किया है कि वह शांति का पक्षधर है, पर अपनी संप्रभुता और नागरिकों की सुरक्षा के प्रति अडिग भी। पाकिस्तान की हर नापाक हरकत का जवाब भी मिलेगा और सबक भी।





