परमवीर चक्र विजेताओं को अब डेढ़ करोड़ की अनुग्रह राशि, सीएम धामी का बड़ा ऐलान
- ANH News
- 27 जुल॰
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उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कारगिल विजय दिवस की पूर्व संध्या पर देश के वीर सैनिकों को बड़ा तोहफा दिया है। उन्होंने घोषणा की है कि अब परमवीर चक्र विजेताओं को मिलने वाली एकमुश्त अनुग्रह राशि 50 लाख रुपये से बढ़ाकर डेढ़ करोड़ रुपये कर दी गई है। इसके अतिरिक्त, उन्हें पहले की तरह वार्षिक अनुदान के रूप में तीन लाख रुपये की राशि मिलती रहेगी।
सैनिक सम्मान समारोह में की गई घोषणा
मुख्यमंत्री धामी ने यह महत्वपूर्ण घोषणा खटीमा में आयोजित सैनिक सम्मान समारोह के दौरान की। यह आयोजन मुख्यमंत्री के दिवंगत पिता, सूबेदार शेर सिंह धामी की पुण्यतिथि के अवसर पर किया गया था। कार्यक्रम में सैनिकों के अद्वितीय बलिदान और शौर्य को श्रद्धांजलि देते हुए, मुख्यमंत्री ने प्रदेश सरकार की ओर से सैनिक कल्याण के प्रति प्रतिबद्धता दोहराई।
परमवीर चक्र विजेताओं को अनुग्रह राशि में तीसरी बार वृद्धि
मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि जून 2022 से पहले परमवीर चक्र विजेताओं को मात्र 30 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाती थी।
10 जून 2022 को प्रदेश मंत्रिमंडल द्वारा यह राशि बढ़ाकर 50 लाख रुपये कर दी गई थी।
इसके बाद 14 जुलाई 2022 को इसका शासनादेश भी जारी किया गया।
अब, 2025 में मुख्यमंत्री ने एक और ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए इस राशि को सीधे डेढ़ करोड़ रुपये कर दिया है।
यह फैसला उत्तराखंड सरकार के सैनिक कल्याण विभाग के प्रस्ताव पर लिया गया, जिसे मुख्यमंत्री धामी ने अब औपचारिक स्वीकृति प्रदान कर दी है।
"उत्तराखंड वीरभूमि है" — मुख्यमंत्री का भावुक संबोधन
सीएम धामी ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा:
"हमारे देश की सीमाएं आज इसलिए सुरक्षित हैं क्योंकि हमारे वीर जवान अपनी जान की बाज़ी लगाकर उन्हें सींचते हैं। एक सैनिक का जीवन अनुशासन, सेवा और त्याग की जीती-जागती मिसाल होता है। उत्तराखंड केवल देवभूमि ही नहीं, बल्कि वीरभूमि भी है, जिसने देश को अनगिनत शूरवीर दिए हैं।"
उन्होंने आगे कहा कि राज्य सरकार सैनिकों और उनके परिवारों के कल्याण के लिए सतत प्रयासरत है, और उनके हितों की रक्षा के लिए निरंतर ठोस एवं संवेदनशील निर्णय लिए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का यह निर्णय न केवल वीर सैनिकों के सर्वोच्च सम्मान को प्रतिष्ठा देने वाला है, बल्कि यह उत्तराखंड जैसे सैन्य योगदान देने वाले राज्य के गौरवशाली इतिहास को भी सशक्त करता है। परमवीर चक्र देश का सर्वोच्च सैन्य सम्मान है, और इससे सम्मानित वीरों को आर्थिक सुरक्षा और सामाजिक मान्यता देना समाज और सरकार दोनों का उत्तरदायित्व है।





