Rishikesh: लच्छीवाला टोल प्लाजा हादसे के बाद एक्शन मोड में अधिकारी, डिवाइडर, स्पीड ब्रेकर, कैमरे लगाने के निर्देश
- ANH News
- 26 मार्च
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Lachhiwala Accident: लच्छीवाला टोल प्लाजा पर हाल ही में हुए भीषण हादसे के बाद परिवहन और पुलिस अधिकारियों ने मिलकर एक संयुक्त निरीक्षण किया। इस दौरान टोल प्लाजा के डिवाइडर की लंबाई को लेकर गंभीर खामियां पाई गईं, जो दुर्घटनाओं का कारण बन सकती थीं। अधिकारियों ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए दोनों ओर डिवाइडर की लंबाई 30-30 मीटर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं, ताकि भविष्य में इस प्रकार के हादसों से बचा जा सके।
इस निरीक्षण में सामने आया कि लच्छीवाला टोल प्लाजा पर दुर्घटना का प्रमुख कारण डंपर चालक का वाहन से नियंत्रण खोना था। पुलिस द्वारा प्राप्त सीसीटीवी फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि डंपर सामान्य गति से आ रहा था, लेकिन अचानक चालक ने ढलान पर नियंत्रण खो दिया, जिससे उसकी गति बढ़ गई और उसने आगे चल रहे वाहनों को टक्कर मार दी।
अधिकारियों द्वारा दी गई सिफारिशें और निर्देश
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स्पीड ब्रेकर और रंबल स्ट्रिप्स की संख्या बढ़ाई जाए: टोल प्लाजा के दोनों ओर वाहनों की गति को नियंत्रित करने के लिए रंबल स्ट्रिप्स और स्पीड ब्रेकरों की संख्या को बढ़ाने का निर्देश दिया गया है।
सड़क साइन और मार्किंग: टोल प्लाजा के विभिन्न लेनों में जाने के लिए बनाए गए रोड साइन लगभग मिट चुके हैं। इन स्थानों पर पीले रंग से सड़क मार्किंग करवाई जाए, ताकि वाहन चालकों को सही दिशा का पता चल सके।
कैट आई लगाना: सड़क पर कैट आई (reflective road markers) लगाने का भी सुझाव दिया गया है, जिससे वाहन चालकों को विभिन्न लेनों में जाने की स्पष्ट जानकारी मिल सके।
डिवाइडर की लंबाई बढ़ाई जाए: टोल प्लाजा के दोनों ओर डिवाइडर लेन काफी छोटी पाई गईं। इन्हें 30 मीटर तक बढ़ाने का निर्देश दिया गया है ताकि सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
स्पीड कैमरे लगाए जाएं: टोल प्लाजा के पास ओवर स्पीडिंग को नियंत्रित करने के लिए स्पीड कैमरे लगाने का सुझाव दिया गया है।
अधिकारियों ने इस निरीक्षण के दौरान कई खामियां भी सामने रखीं, जिनसे भविष्य में हादसों की संभावना बनी रह सकती है। इन सुधारों पर जल्द से जल्द अमल करने का निर्देश दिया गया है, ताकि आने वाले समय में किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके और वाहन चालकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।




