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उत्तराखंड ने इतिहास रचते हुए मारी पदकों की सेंचुरी, राष्ट्रीय खेलों में चौथे स्थान पर चमका देवभूमि

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 15 फ़र॰
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38वें राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड की टीम ने इतिहास रचते हुए पदकों की सेंचुरी मारी, जो राज्य के खेल इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ। खेल मंत्री रेखा आर्या ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर प्रदेश के सभी खिलाड़ियों को हार्दिक बधाई दी। उन्होंने कहा, "अब तक उत्तराखंड का सर्वोत्तम पदक स्कोर गोवा में 24 पदकों का था, लेकिन इस बार हमारे खिलाड़ियों ने चार गुना से भी अधिक पदक जीते, जो उनकी अथक मेहनत और समर्पण का जीवंत प्रमाण है।"


खेल मंत्री ने यह भी बताया कि जब 9 नवंबर 2023 को उत्तराखंड को 38वें राष्ट्रीय खेलों की मेज़बानी का अधिकार मिला, तब से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य सरकार ने खिलाड़ियों के पक्ष में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए, जो आज इस शानदार परिणाम का कारण बने।


रेखा आर्या ने कहा, "मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना, पदक जीतने पर नौकरी, सरकारी नौकरियों में खिलाड़ियों को चार प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण, पदक विजेताओं को दोगुनी इनाम राशि, खेल विश्वविद्यालय और महिला स्पोर्ट्स कॉलेज जैसी योजनाओं ने देवभूमि को खेल भूमि में बदलने की दिशा में अहम कदम उठाए हैं। अब हम प्रदेश के गांवों से उभर रही खेल प्रतिभाओं को एशियाड और ओलंपिक जैसी अंतरराष्ट्रीय मंचों पर चैंपियन बनाने के लिए तैयार करेंगे।"



पदकों की संख्या के मामले में उत्तराखंड चौथे स्थान पर

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खेल मंत्री रेखा आर्या ने यह भी साझा किया कि इस बार उत्तराखंड ने पदकों की संख्या के मामले में चौथा स्थान प्राप्त किया है। उन्होंने कहा, "देश में जनसंख्या के हिसाब से 21वें स्थान पर रहने वाला राज्य यदि पदकों के मामले में चौथे स्थान पर है, तो यह हमारे खिलाड़ियों की प्रतिभा और कठिन मेहनत का सम्मान है। प्रदेशवासियों को इस पर गर्व होना चाहिए।"



नेटबॉल में सिल्वर से पूरी हुई सेंचुरी

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उत्तराखंड की टीम ने बृहस्पतिवार को देहरादून के महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स स्टेडियम में नेटबॉल के फाइनल मैच में सिल्वर मेडल जीतते ही राज्य के पदकों की सेंचुरी पूरी कर दी। इस जीत के साथ ही उत्तराखंड ने न केवल अपने पुराने रिकॉर्ड को तोड़ा, बल्कि देशभर में अपनी खेल क्षमता का लोहा भी मनवाया।

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