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UK: नकली व खराब गुणवत्ता वाली दवाओं के खिलाफ शनिवार से 'ऑपरेशन क्लीन' अभियान

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 19 जुल॰
  • 2 मिनट पठन
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देहरादून। उत्तराखंड में नकली, घटिया और मादक दवाओं के निर्माण, बिक्री और भंडारण के विरुद्ध एक व्यापक अभियान की शुरुआत की जा रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा शनिवार से पूरे प्रदेश में 'ऑपरेशन क्लीन' अभियान चलाया जाएगा। इस विशेष अभियान का उद्देश्य प्रदेश को नशामुक्त और गुणवत्ता युक्त दवाओं से परिपूर्ण बनाना है।


क्यूआरटी टीम करेगी त्वरित कार्रवाई

अभियान के लिए एक क्विक रिस्पॉन्स टीम (QRT) का गठन किया गया है, जिसकी अगुवाई सहायक औषधि नियंत्रक हेमंत सिंह नेगी कर रहे हैं। टीम में आठ अनुभवी अधिकारी शामिल हैं, जो राज्यभर में औषधि विक्रेताओं, थोक कारोबारियों और फार्मा कंपनियों की जांच करेंगे तथा संदिग्ध दवाओं के नमूने परीक्षण के लिए प्रयोगशालाओं में भेजे जाएंगे।


क्यूआरटी में शामिल प्रमुख अधिकारी:


डॉ. सुधीर कुमार (सहायक औषधि नियंत्रक, मुख्यालय)


नीरज कुमार (वरिष्ठ औषधि निरीक्षक, मुख्यालय)


मीनाक्षी बिष्ट (वरिष्ठ औषधि निरीक्षक, नैनीताल)


सी.पी. नेगी (वरिष्ठ औषधि निरीक्षक, टिहरी)


अनिता भारती (वरिष्ठ औषधि निरीक्षक, हरिद्वार)


मानवेन्द्र सिंह राणा (औषधि निरीक्षक, देहरादून)


निशा रावत और गौरी कुकरेती (औषधि निरीक्षक, मुख्यालय)


दो श्रेणियों में बांटे गए जिले, चरणबद्ध होगी कार्रवाई

औषधि निरीक्षण की प्रक्रिया को सुचारू और व्यवस्थित बनाने के लिए प्रदेश के जिलों को दो श्रेणियों में विभाजित किया गया है:


श्रेणी-1: देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल, ऊधमसिंह नगर, पौड़ी


श्रेणी-2: अल्मोड़ा, रुद्रप्रयाग, टिहरी, उत्तरकाशी, चंपावत


इन जिलों में हर सप्ताह प्राथमिकता के आधार पर दवाओं के नमूने एकत्र किए जाएंगे और उनकी गहन जांच कराई जाएगी।


अवैध दवाओं के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई

स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने बताया कि यह अभियान औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम, 1940 और नियम 1945 के तहत संचालित किया जाएगा। इसके अंतर्गत नकली, अधोमानक (सब-स्टैंडर्ड), मिसब्रांडेड और मादक दवाओं के निर्माण, संग्रहण एवं बिक्री में संलिप्त व्यक्तियों व संस्थानों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।


इसके अतिरिक्त, भारत-नेपाल सीमा और अन्य सीमावर्ती क्षेत्रों में भी सघन निगरानी रखी जाएगी ताकि इन रूट्स के माध्यम से दवाओं की अवैध तस्करी को रोका जा सके।


टोल फ्री हेल्पलाइन शुरू

खाद्य एवं औषधि विभाग ने नकली दवाओं की सूचना देने के लिए एक टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 1800-180-4246 भी शुरू किया है। आम नागरिक, फार्मासिस्ट या चिकित्सक इस नंबर पर सूचना देकर विभाग की सहायता कर सकते हैं।

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