उत्तराखंड में बारिश का कहर, सैलाब ने उजाड़ा पूरा बाजार, मलबे में दबी जानें
- ANH News
- 24 अग॰
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अपडेट करने की तारीख: 25 अग॰

उत्तराखंड में बीते कुछ दिनों से लगातार हो रही मूसलधार बारिश ने पर्वतीय और मैदानी इलाकों में जनजीवन को पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है। चमोली जिले के थराली कस्बे में शुक्रवार रात को जो कुछ हुआ, उसने लोगों को भय और दहशत में डाल दिया।
टुनरी गदेरे में आए उफान और मलबे के सैलाब ने पूरे कस्बे में तबाही मचा दी। तेज़ बारिश के बाद अचानक आई मलबे की बाढ़ से घरों, दुकानों और वाहनों को भारी नुकसान पहुंचा है।
थराली में तबाही का मंजर:
रात के अंधेरे में आई इस आपदा ने थराली बाजार और आसपास के इलाकों को चपेट में ले लिया।
40 से अधिक घर और दुकानें मलबे में दब गईं
कई वाहन मलबे की चपेट में आकर क्षतिग्रस्त हो गए
सगवाड़ा, चैपड़ों बाजार और दूंगाखोली क्षेत्रों में भारी तबाही के निशान देखे जा रहे हैं
पिंडर नदी का जलस्तर खतरनाक स्तर तक बढ़ गया
रात करीब 2 बजे जब लोग गहरी नींद में थे, तभी अचानक आए तेज़ मलबे और पानी की गर्जना से लोग घरों से निकलकर जान बचाने भागे।
इस भीषण आपदा में सगवाड़ा गांव निवासी नरेंद्र सिंह की 20 वर्षीय पुत्री कविता मलबे में दबने से मौत का शिकार हो गई, जबकि चैपड़ों गांव के गंगादत्त जोशी अब भी लापता हैं। वहीं, 30 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिनमें से कई का इलाज जारी है।
150 से अधिक लोग प्रभावित, राहत कार्य जारी
प्राकृतिक आपदा से थराली और उसके आसपास के क्षेत्र में 150 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। कई परिवारों को तहसील परिसर और अन्य सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है। भय और अनिश्चितता के माहौल के कारण शनिवार को सभी स्कूल बंद रखे गए।
जिलाधिकारी डॉ. संदीप तिवारी ने बताया कि क्षेत्र में राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है।
SDRF, पुलिस और स्थानीय प्रशासन की टीमें लगातार मलबा हटाने और फंसे लोगों को बाहर निकालने में जुटी हैं।
मुख्यमंत्री के निर्देश: "प्रभावितों को हरसंभव मदद मिलेगी"
आपदा की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दिल्ली से ही संबंधित विभागों और जिला प्रशासन को तत्काल राहत और बचाव कार्य तेज करने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रभावित परिवारों को हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा: "प्राकृतिक आपदा से प्रभावित लोगों को हर आवश्यक मदद दी जाएगी। प्रशासनिक अमला पूरी तरह सतर्क है और लगातार हालात की निगरानी की जा रही है।"
अभी भी खतरा बरकरार – भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट
मौसम विभाग ने शनिवार और रविवार के लिए उत्तराखंड के कई जिलों —
देहरादून, नैनीताल, पिथौरागढ़, चमोली और बागेश्वर — में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
लिहाज़ा प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे सतर्क रहें, अनावश्यक यात्रा से बचें और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत स्थानीय प्रशासन से संपर्क करें।
थराली की यह आपदा एक बार फिर यह याद दिलाती है कि उत्तराखंड जैसे संवेदनशील पहाड़ी राज्य में जलवायु परिवर्तन और अनियोजित विकास किस कदर खतरनाक रूप ले सकते हैं। राहत-बचाव कार्य जारी है, लेकिन आने वाले दिनों में बारिश की आशंका ने प्रशासन की चिंता और बढ़ा दी है।





