कानपुर में शेर की मौत के बाद बढ़ा बर्ड फ्लू का खतरा, देहरादून में पशुपालन विभाग ने बढ़ाई सतर्कता
- ANH News
- 24 मई
- 2 मिनट पठन

देहरादून। उत्तर प्रदेश के कानपुर चिड़ियाघर में शेर समेत अन्य वन्यजीवों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद प्रदेश भर में बर्ड फ्लू को लेकर सतर्कता बढ़ा दी गई है। इसी क्रम में मुरादाबाद में बर्ड फ्लू का अलर्ट जारी किया गया है, जिसके बाद उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में भी पशुपालन विभाग ने निगरानी और एहतियात संबंधी कार्यवाही तेज कर दी है।
पशुपालन विभाग के अनुसार, वर्तमान में जिले में बर्ड फ्लू का कोई मामला सामने नहीं आया है, लेकिन संभावित खतरे को देखते हुए सतर्कता के पुख्ता इंतज़ाम किए गए हैं। जिले में संचालित करीब 40 मुर्गी फार्मों की नियमित निगरानी की जा रही है, जहां प्रत्येक फार्म में औसतन तीन से पांच हजार मुर्गियों का पालन होता है।
पड़ोसी जिलों से आने वाले पोल्ट्री व्यापार पर नजर
बिजनौर, मुरादाबाद, सहारनपुर और मुजफ्फरनगर जैसे सीमावर्ती जिलों से देहरादून समेत राज्य के अन्य हिस्सों में मुर्गियों का व्यापार किया जाता है। इन क्षेत्रों में बर्ड फ्लू का जोखिम होने की स्थिति में देहरादून पर भी असर पड़ सकता है। इसी कारण विभाग ने एहतियातन निगरानी बढ़ा दी है।
वेटरनरी अस्पतालों और डिस्पेंसरियों को एडवाइजरी जारी
जिले के 30 बड़े पशु चिकित्सालयों और करीब 50 पशु डिस्पेंसरियों को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। संदेहास्पद मामलों में पशु चिकित्सकों को तत्काल ब्लड सैंपलिंग कर उसे ऋषिकेश स्थित प्रयोगशाला भेजने के आदेश दिए गए हैं।
मुर्गी फार्म क्षेत्रों में विशेष ध्यान
डोईवाला, रायपुर, सहसपुर और विकासनगर जैसे इलाकों में बड़े पैमाने पर पोल्ट्री फार्म संचालित हो रहे हैं। इन क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरती जा रही है। सभी फार्मों में साफ-सफाई बनाए रखने, संक्रमण की रोकथाम के लिए कीटनाशक दवाओं का छिड़काव और नियमित निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए हैं।
गो-आश्रय स्थलों पर भी फोकस
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी (CVO) डॉ. विद्यासागर कापड़ी ने बताया कि वर्तमान में देहरादून जिले में बर्ड फ्लू का कोई पुष्ट मामला नहीं है। फिर भी किसी भी संभावित स्थिति से निपटने के लिए सभी विभागीय अधिकारियों को अलर्ट कर दिया गया है। गो-आश्रय स्थलों में भी कीटनाशक छिड़काव और सफाई पर विशेष ध्यान देने के निर्देश जारी किए गए हैं।
विभाग का कहना है कि स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है और जनता से अपील की गई है कि वे किसी भी प्रकार की असामान्य मृत्यु या लक्षण दिखने पर तुरंत पशुपालन विभाग को सूचित करें।





