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Uttarakhand: हल्द्वानी में कांग्रेस नेताओं की काफल पार्टी, हरीश रावत ने किसानों के लिए बेहतर बाजार की अपील की

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 7 जून
  • 2 मिनट पठन

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हल्द्वानी: उत्तराखंड की राजनीति में अपनी सादगी, सरलता और लोकसंस्कृति से गहरे जुड़ाव के लिए प्रसिद्ध पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने हल्द्वानी में एक अनोखे अंदाज में ‘काफल पार्टी’ का आयोजन किया। इस आयोजन में कांग्रेस के कई दिग्गज नेता एकत्रित हुए, जिन्होंने न केवल पहाड़ी स्वाद का आनंद लिया, बल्कि प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत और किसानों की भलाई को लेकर गहन चर्चा भी की।


कार्यक्रम में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल, अल्मोड़ा विधायक मनोज तिवारी सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे, जिनकी उपस्थिति ने राजनीतिक गलियारों में खासा उत्साह और हलचल पैदा कर दी। कांग्रेस के बड़े चेहरे एक मंच पर एकजुट होकर पार्टी की ताकत और एकता का संदेश दे रहे थे।


कार्यक्रम के दौरान सभी नेताओं ने पहाड़ी फल काफल का स्वाद चखा और इसके महत्व को समझा। हरीश रावत ने कहा कि काफल सिर्फ एक फल नहीं, बल्कि पहाड़ की आत्मा है, जो उत्तराखंड की सांस्कृतिक पहचान का महत्वपूर्ण हिस्सा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रदेश के पारंपरिक और जैविक कृषि उत्पादों को देश और दुनिया के सामने एक मजबूत पहचान दिलाना आवश्यक है।


हरीश रावत ने कहा, "हमारी कोशिश है कि काफल जैसे स्थानीय उत्पादों को व्यापक स्तर पर मान्यता मिले और वे किसानों के लिए आर्थिक रूप से लाभकारी साबित हों। इसके लिए सरकार और समाज को मिलकर काम करना होगा ताकि पहाड़ी उत्पादों का सही बाजार उपलब्ध हो सके।"


इस आयोजन के माध्यम से हरीश रावत ने न केवल पहाड़ी संस्कृति और कृषि उत्पादों को सम्मानित किया, बल्कि कांग्रेस पार्टी में एकता और सामूहिकता का भी सशक्त संदेश दिया। यह पार्टी एक सांस्कृतिक उत्सव के साथ-साथ प्रदेश के विकास और किसानों की खुशहाली के लिए समर्पित एक महत्वपूर्ण मंच साबित हुई।

 
 
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