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गर्मियों में ठंडे पेय पदार्थों की गुणवत्ता पर कड़ी नजर, एफडीए ने जिलों को जारी किए सख्त निर्देश

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 17 मई
  • 1 मिनट पठन
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उत्तराखंड: गर्मियों का मौसम और पर्यटन सीजन के मद्देनज़र, खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) ने शीतल पेय पदार्थों की गुणवत्ता और भंडारण के लिए सख्त कदम उठाए हैं। एफडीए ने सभी जिलों को निर्देश दिए हैं कि वे पैक्ड शीतल पेय पदार्थों की गुणवत्ता की नियमित निगरानी करें और सुनिश्चित करें कि इनका भंडारण सही तरीके से हो।


एफडीए के सचिव और स्वास्थ्य आयुक्त, डॉ. आर. राजेश कुमार ने कहा कि "प्रदेश सरकार नागरिकों के स्वास्थ्य के प्रति पूरी तरह सजग है और गर्मी के इस मौसम में खाद्य और पेय पदार्थों की गुणवत्ता से किसी भी प्रकार का समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।"


उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि किसी विक्रेता या आपूर्तिकर्ता द्वारा एफडीए के निर्धारित मानकों की अनदेखी की जाती है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा, उपभोक्ताओं से भी अपील की गई है कि वे प्रमाणित और लाइसेंसी उत्पादों का ही उपयोग करें और किसी भी प्रकार की अनियमितता की जानकारी तुरंत विभाग को दें।


खुले में बिक रहे ठंडे पानी से हो सकती है सेहत को खतरा

अपर आयुक्त एफडीए, ताजबर सिंह जग्गी ने चेतावनी दी कि गर्मी के मौसम में शीतल पेय पदार्थों की मांग बढ़ जाती है, लेकिन कई स्थानों पर इन्हें खुले स्थानों पर और अनियमित तरीकों से रखा जा रहा है। इससे इन पेय पदार्थों की गुणवत्ता पर नकारात्मक असर पड़ता है। ताजबर सिंह जग्गी ने यह भी कहा कि विभाग को इस बारे में लगातार शिकायतें प्राप्त हो रही हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि बिना अनुमति के खुले स्थानों पर बिक रहे ठंडे पानी का सेवन खतरनाक हो सकता है, क्योंकि यह स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक हो सकता है।

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