खतरे से ऊपर निकली अलकनंदा और मंदाकिनी, उत्तराखंड पर बढ़ा खतरा
- ANH News
- 29 अग॰
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अपडेट करने की तारीख: 30 अग॰

उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही लगातार मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। अलकनंदा और मंदाकिनी नदियां अपने उग्र और रौद्र रूप में बह रही हैं, जिससे कई इलाकों में बाढ़ और भू-स्खलन का खतरा गहराता जा रहा है। शासन-प्रशासन ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए श्रीनगर और रुद्रप्रयाग में हाई अलर्ट घोषित कर दिया है।
धारी देवी मंदिर पर मंडराया संकट, अलकनंदा नदी ने पार्किंग डुबोई
श्रीनगर स्थित पवित्र धारी देवी मंदिर, जो अलकनंदा नदी के किनारे स्थित है, अब संकट के साये में आ गया है। मंदिर की पार्किंग पूरी तरह जलमग्न हो चुकी है और नदी का पानी मंदिर की सीढ़ियों तक पहुंच गया है। स्थानीय दुकानदारों ने एहतियातन अपनी दुकानें खाली कर दी हैं। पुलिस प्रशासन ने श्रद्धालुओं और स्थानीय निवासियों से अपील की है कि वे नदी किनारे जाने से बचें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।
अल्केश्वर घाट पर उफनती अलकनंदा, आसपास के इलाके बाढ़ की चपेट में
श्रीनगर के अल्केश्वर घाट पर अलकनंदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। तेज जलधारा और निरंतर बढ़ता जलस्तर आसपास के रिहायशी क्षेत्रों को बाढ़ की चपेट में लेने की चेतावनी दे रहा है। प्रशासन द्वारा प्रभावित इलाकों में सतर्कता बढ़ा दी गई है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है।
बद्रीनाथ हाईवे ठप, यात्री फंसे
भारी बारिश ने उत्तराखंड की चारधाम यात्रा पर भी असर डाला है। श्रीनगर और रुद्रप्रयाग के बीच पपड़ासू पुल के पास अलकनंदा नदी का जलस्तर सड़क तक पहुंच गया है, जिसके चलते बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पूरी तरह बंद हो गया है।
SSP पौड़ी लोकेश्वर सिंह ने जानकारी दी कि यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर रोक कर वैकल्पिक मार्गों से आगे भेजने की व्यवस्था की जा रही है। पुलिस बल और राहत टीमें मौके पर तैनात हैं।
कालसी-चकराता मार्ग भी बंद, वाहनों की कतारें लगीं
वहीं जजरेड क्षेत्र में भारी बारिश के चलते कालसी-चकराता मार्ग भी भारी मलबा और जलभराव के कारण बंद हो गया है। दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं। प्रशासन ने JCB और अन्य भारी मशीनरी मौके पर तैनात कर दी हैं, लेकिन बारिश रुकने तक राहत मिलने की संभावना कम जताई जा रही है।
प्रशासन सतर्क, जनता से संयम और सहयोग की अपील
रुद्रप्रयाग और श्रीनगर प्रशासन ने संवेदनशील क्षेत्रों में रहने वाले नागरिकों से अपील की है कि वे तुरंत सुरक्षित स्थानों पर शरण लें। SDRF, पुलिस और राहत दल हाई अलर्ट पर हैं। सभी संबंधित विभागों को आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं।
प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि लोग अफवाहों से बचें, और केवल सरकारी सूचनाओं पर ही भरोसा करें। मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है, जिससे स्थिति और गंभीर हो सकती है।
सावधानी ही सुरक्षा है
उत्तराखंड के नागरिकों से अपील है कि वे अपने और अपने परिजनों की सुरक्षा के लिए प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पूर्ण रूप से पालन करें। यह समय संयम, सतर्कता और सहयोग का है।





