Uttarkashi: त्रासदी में फंसी ज़िन्दगियों की उम्मीद, टूटी सड़कें जोड़ने में जुटी बीआरओ और वायुसेना
- ANH News
- 7 अग॰
- 2 मिनट पठन

उत्तरकाशी: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जनपद में लगातार हो रही भारी बारिश और भूस्खलन के चलते धराली सहित आसपास के क्षेत्रों में कई महत्वपूर्ण सड़क मार्ग पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। इन मार्गों को फिर से खोलने के लिए अब भारतीय वायुसेना की सहायता से पोकलैंड मशीनों को एयरलिफ्ट कर धराली पहुंचाया जा रहा है, ताकि राहत और पुनर्निर्माण कार्य में तेजी लाई जा सके।
सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के जवान दिन-रात जुटकर इन बाधित रास्तों को खोलने का भरसक प्रयास कर रहे हैं, लेकिन मौसम की बेरुख़ी और लगातार हो रहे भूस्खलन के कारण स्थिति अत्यंत चुनौतीपूर्ण बनी हुई है।

प्रमुख क्षतिग्रस्त मार्गों की स्थिति:
मनेरी:
भटवाड़ी से लगभग 10 किलोमीटर पहले मनेरी क्षेत्र में सड़क का एक बड़ा हिस्सा धंस चुका है। बीआरओ की टीम द्वारा मरम्मत कार्य जारी है, लेकिन लगातार हो रही बारिश से इसमें रुकावट आ रही है।
भटवाड़ी:
यहाँ दो अलग-अलग स्थानों पर भारी चट्टानें गिरने से सड़क पूरी तरह नष्ट हो चुकी है। सीमा सड़क संगठन के जवान पहाड़ काटकर वैकल्पिक मार्ग तैयार करने में जुटे हैं।
पुल क्षतिग्रस्त:
भटवाड़ी से लगभग 15 किलोमीटर आगे स्थित एक महत्वपूर्ण पुल पूरी तरह बह गया है। बीआरओ की रैकी टीम पहाड़ी रास्तों से पैदल चलकर मौके का निरीक्षण कर चुकी है, और अब नए पुल निर्माण की रणनीति पर काम चल रहा है।
डबरानी:
इससे आगे डबरानी क्षेत्र में भी सड़क का एक बड़ा हिस्सा भूस्खलन की चपेट में आकर बह गया है। जवानों को आशंका है कि जैसे-जैसे राहत कार्य आगे बढ़ेगा, उन्हें और भी कई जगहों पर सड़क धंसने या टूटने की घटनाएं देखने को मिल सकती हैं।
बारिश बनी बाधा, कल रात दुरुस्त किया गया मार्ग फिर धंसा
बीआरओ ने बीती रात भटवाड़ी क्षेत्र में एक क्षतिग्रस्त मार्ग को पहाड़ काटकर अस्थायी रूप से दुरुस्त किया था, लेकिन देर रात लगातार बारिश के कारण वह मार्ग फिर से धंस गया। इससे यह साफ़ हो गया है कि जब तक मौसम स्थिर नहीं होता, तब तक स्थायी समाधान कर पाना अत्यंत कठिन है।
वायुसेना का मोर्चा, चीन सीमा से मंगाई गई पोकलैंड मशीनें
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए भारतीय वायुसेना की मदद से चीन सीमा से पोकलैंड मशीनों को हेलिकॉप्टर द्वारा धराली क्षेत्र में एयरलिफ्ट किया जा रहा है। इन मशीनों की सहायता से दुर्गम क्षेत्रों में तेजी से मलबा हटाने और वैकल्पिक मार्ग तैयार करने की कोशिश की जा रही है।

लक्ष्य: सामान्य जनजीवन की बहाली
बीआरओ और प्रशासन का मुख्य लक्ष्य इन अवरुद्ध रास्तों को जल्द से जल्द खोलकर स्थानीय निवासियों और यात्रियों के लिए सामान्य जनजीवन को बहाल करना है। इसके साथ ही, आपातकालीन सहायता, खाद्य सामग्री और स्वास्थ्य सेवाएं भी समय रहते प्रभावित क्षेत्रों तक पहुंचाई जा रही हैं।





