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आतंकी हमले के बाद पहली मंत्रिपरिषद बैठक, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर होगा गहन मंथन और पीएम बताएंगे भविष्य का विजन

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 3 जून
  • 2 मिनट पठन

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (बुधवार) शाम 4:30 बजे तीसरे कार्यकाल की दूसरी केंद्रीय मंत्रिपरिषद बैठक की अध्यक्षता करेंगे। यह बैठक न केवल सरकार के लिए नीति निर्धारण के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पहली बार सभी वरिष्ठ मंत्रियों का एक मंच पर एकत्र होना भी इसे विशेष बनाता है।


बैठक के मुख्य एजेंडे: नीति समीक्षा, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और जनसंचार रणनीति

बैठक के दौरान सरकार के पिछले एक वर्ष की नीतिगत उपलब्धियों की समग्र समीक्षा की जाएगी। इसके साथ ही आतंकवाद के खिलाफ चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर विशेष चर्चा होगी, जिसे भारत की कूटनीतिक और सुरक्षा नीति में एक निर्णायक पहल के रूप में देखा जा रहा है।


इस विषय पर विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की रणनीतिक उपलब्धियों और वैश्विक प्रभाव पर विस्तृत जानकारी देंगे। वहीं, कैबिनेट सचिव डॉ. टी.वी. सोमनाथन सरकार की प्रमुख योजनाओं और विकास कार्यों पर प्रस्तुति देंगे।


प्रधानमंत्री का फोकस: भारत को वैश्विक आर्थिक महाशक्ति बनाने की दिशा में तेज़ी

प्रधानमंत्री मोदी अपने संबोधन में “विकसित भारत 2047” के लक्ष्य की ओर उठाए जाने वाले व्यावहारिक और निर्णायक कदमों की रूपरेखा साझा करेंगे। उनका फोकस इस बार विशेष रूप से भारत को तीसरी सबसे बड़ी वैश्विक अर्थव्यवस्था बनाने पर होगा।


इससे पहले हुई मंत्रिपरिषद बैठक में पीएम ने "परफॉर्म, रिफॉर्म, ट्रांसफॉर्म और इंफॉर्म" का मंत्र देते हुए महिला, युवा, किसानों और गरीबों को प्राथमिकता देने की बात की थी। इस बैठक में इन्हीं वर्गों को सशक्त करने वाली योजनाओं के आगामी चरणों पर चर्चा हो सकती है।


जागरूकता अभियान और रणनीतिक संवाद की दिशा में नए कदम

बैठक में यह भी तय किया जाएगा कि केंद्र सरकार की नीतियों, फैसलों और पहलों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए एक सशक्त जनसंचार रणनीति बनाई जाए। विशेष रूप से जातिगत जनगणना से जुड़े फैसलों को लेकर 25 जून तक एक व्यापक राष्ट्रीय जागरूकता अभियान चलाए जाने की रूपरेखा पर चर्चा की जाएगी।


इसके साथ ही ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जैसे सुरक्षा अभियानों को वैश्विक मंच पर मजबूती से प्रस्तुत करने के लिए संवाद और प्रचार तंत्र को कैसे इस्तेमाल किया जाए, इस पर भी नीति बनाई जाएगी।


क्यों अहम है यह बैठक?

यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब केंद्र सरकार अपने तीसरे कार्यकाल की प्राथमिकताएं स्पष्ट कर रही है और जनता के बीच एक नवीन विश्वास निर्माण की दिशा में कार्य कर रही है। विकास, सुरक्षा, सामाजिक समावेशन और अंतरराष्ट्रीय रणनीति जैसे बहुआयामी विषयों पर एक साथ चर्चा होना इस बैठक को बेहद महत्वपूर्ण बनाता है।

 
 
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