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उत्तराखंड की निर्मला नेगी 66 साल की उम्र में बनी ‘शटलर दादी’, विदेश में लहराया तिरंगा

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 13 जून
  • 1 मिनट पठन

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उत्तराखंड की 66 वर्षीय बैडमिंटन खिलाड़ी निर्मला नेगी ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि उम्र केवल एक संख्या भर है, जो हमारे जज़्बे और हौसले को कभी भी कम नहीं कर सकती। देहरादून की ‘शटलर दादी’ के नाम से मशहूर निर्मला नेगी ने हाल ही में श्रीलंका में आयोजित बैडमिंटन प्रतियोगिता में भारत का झंडा गर्व से लहराया और देश-प्रदेश का मान बढ़ाया।


66 वर्ष की उम्र में भी वे अपने खेल के दम पर मैदान पर दमदार प्रदर्शन कर रही हैं और युवा खिलाड़ियों को भी चुनौती दे रही हैं। निर्मला नेगी का यह कारनामा न केवल उनके व्यक्तित्व की ताकत को दर्शाता है, बल्कि यह संदेश भी देता है कि सच्चा जज्बा और लगन किसी उम्र की मोहताज नहीं होती।


श्रीलंका में खेले गए इस अंतरराष्ट्रीय मुकाबले में उनका प्रदर्शन इतना शानदार रहा कि वे हर किसी के लिए प्रेरणा बन गईं। उत्तराखंड की इस शटलर दादी ने साबित कर दिया है कि मेहनत, समर्पण और जुनून के आगे उम्र की कोई बाधा नहीं।


उनकी इस उपलब्धि पर पूरा प्रदेश गर्व महसूस कर रहा है और वे युवाओं के लिए एक प्रेरणा स्रोत बन चुकी हैं। निर्मला नेगी के खेल और जीवन की यह कहानी हर उस व्यक्ति के लिए मिसाल है, जो अपने सपनों को उम्र के बहाने से कमतर समझता है।

 
 
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