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उत्तराखंड में हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं पर सख्ती: मुख्यमंत्री धामी ने दिए कड़े निर्देश, हेली सेवाओं के लिए बनेगा सख्त एसओपी

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 15 जून
  • 3 मिनट पठन

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चारधाम यात्रा के दौरान लगातार सामने आ रही हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हेलीकॉप्टर सेवाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई महत्वपूर्ण और सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि प्रदेश में हेली सेवाओं के संचालन में अब किसी भी प्रकार की लापरवाही या अनियमितता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।


हेली सेवाओं के लिए सख्त एसओपी लागू करने के निर्देश

मुख्यमंत्री धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि हेलीकॉप्टर संचालन को सुरक्षित, पारदर्शी और नियामक मानकों के अनुरूप बनाने के लिए एक सख्त मानक संचालन प्रक्रिया (Standard Operating Procedure - SOP) लागू की जाए। इसमें हेलीकॉप्टर की तकनीकी स्थिति की पूर्ण और अनिवार्य जांच, उड़ान से पहले मौसम की सटीक जानकारी का संकलन और उसके विश्लेषण को शामिल किया जाएगा।


तकनीकी समिति का गठन और गहन समीक्षा:

मुख्यमंत्री ने राज्य के मुख्य सचिव को निर्देश दिया है कि वे तकनीकी विशेषज्ञों की एक उच्च स्तरीय समिति का गठन करें, जो हेली संचालन से जुड़े सभी तकनीकी, सुरक्षा और प्रशासनिक पहलुओं की गहराई से समीक्षा करेगी। यह समिति एक व्यापक एसओपी का ड्राफ्ट तैयार करेगी, जो न केवल तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा, बल्कि आपातकालीन और आपदा प्रबंधन स्थितियों में भी हेली सेवाओं की विश्वसनीयता को बनाए रखेगा।


पिछली घटनाओं की होगी समीक्षा, दोषियों पर सख्त कार्रवाई

मुख्यमंत्री धामी ने पूर्व में हुई सभी हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं की जांच के लिए गठित उच्च स्तरीय समिति को रविवार, 11 जून को हुई दुर्घटना की भी गहन जांच करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि समिति प्रत्येक घटना के कारणों का विश्लेषण कर दोषी व्यक्ति, एजेंसी या संस्था की पहचान कर उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की सिफारिश करेगी।


हादसे में सात लोग थे सवार, एक की हुई दुखद मृत्यु

रविवार को आर्यन एविएशन कंपनी का एक हेलीकॉप्टर केदारनाथ मंदिर से गौरीकुंड लौटते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हेलीकॉप्टर में सात लोग सवार थे, जिनमें पायलट कैप्टन राजबीर सिंह चौहान (जयपुर निवासी), विक्रम रावत (उत्तराखंड), विनोद देवी (66, यूपी), तृष्टि सिंह (19, यूपी), राजकुमार सुरेश जायसवाल (41, गुजरात), श्रद्धा जायसवाल (महाराष्ट्र) और एक बच्ची राशि शामिल थीं।

इस हादसे में एक यात्री की दुखद मृत्यु हो गई, जबकि अन्य को उपचार के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया।


मुख्यमंत्री ने जताई संवेदना, हर संभव मदद का भरोसा दिलाया

मुख्यमंत्री धामी ने हादसे में प्रभावित यात्रियों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की और कहा कि राज्य सरकार पीड़ितों और उनके परिजनों को हर संभव सहायता और समर्थन प्रदान करेगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि राहत और बचाव कार्यों में कोई कोताही न बरती जाए और यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए।


चारधाम यात्रा और आपात सेवाओं के लिए हेली सेवा अत्यंत आवश्यक

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उत्तराखंड जैसे पर्वतीय राज्य में हेलीकॉप्टर सेवाएं तीर्थयात्रा, आपदा प्रबंधन और आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं के लिए अत्यंत आवश्यक हैं। ऐसे में इन सेवाओं की विश्वसनीयता और सुरक्षा बनाए रखना अत्यावश्यक है ताकि जनता का विश्वास बना रहे।


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा लिए गए ये निर्णय उत्तराखंड में हेली सेवाओं को अधिक सुरक्षित, नियंत्रित और पारदर्शी बनाने की दिशा में एक ठोस पहल माने जा रहे हैं। आने वाले समय में इन सख्त मानकों के लागू होने से यात्रियों की सुरक्षा में सुधार की उम्मीद है और इस संवेदनशील क्षेत्र में दुर्घटनाओं को काफी हद तक टालना संभव हो सकेगा।

 
 
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