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ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन में बड़ी कामयाबी, 6.6 किमी लंबी अंतिम सुरंग का ब्रेकथ्रू पूरा

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 7 जून
  • 2 मिनट पठन

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उत्तराखंड की महत्वाकांक्षी रेल परियोजनाओं में से एक, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग ब्रॉड गेज रेल लाइन के पैकेज-2 में एक बड़ा मील का पत्थर पार कर लिया गया है। गूलर से व्यासी के बीच 6.6 किलोमीटर लंबी अंतिम सुरंग का ब्रेकथ्रू शुक्रवार को सफलतापूर्वक पूरा हो गया। इससे पहले शिवपुरी से गूलर के बीच 6.5 किलोमीटर की पहली सुरंग का भी सफल ब्रेकथ्रू हो चुका है।


यह परियोजना लार्सन एंड टुब्रो लिमिटेड द्वारा रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) के निर्देशन में कार्यान्वित की जा रही है, जिसमें दो लंबी और चुनौतीपूर्ण सुरंगों का निर्माण शामिल है। ये सुरंगें जटिल भूगर्भीय संरचनाओं, भूकंपीय संवेदनशील क्षेत्र और कठिन पर्वतीय भूगोल से होकर गुजरती हैं, जिसे पार करना तकनीकी और इंजीनियरिंग के लिहाज से बेहद चुनौतीपूर्ण था।


इस सुरंग निर्माण में न्यू ऑस्ट्रियन टनलिंग मेथड (NATM) जैसी अत्याधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया गया, साथ ही रीयल-टाइम मॉनिटरिंग सिस्टम की मदद से काम की गुणवत्ता और श्रमिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की गई। इस सफलता पर एलएंडटी, आरवीएनएल और युक्सेल आईसीटी के वरिष्ठ अधिकारियों ने पूरी टीम के समर्पण और मेहनत की जमकर सराहना की।


आरवीएनएल के परियोजना प्रबंधक रविकांत ने बताया कि यह उपलब्धि monthsों की सटीक योजना, भूगर्भीय अध्ययन, और कुशल इंजीनियरिंग का नतीजा है। सुरंग निर्माण के दौरान कठोर चट्टानें, भूमिगत जल रिसाव और प्रतिकूल मौसम जैसी कई मुश्किलें आईं, लेकिन टीम ने हर चुनौती को पार कर यह सफलता हासिल की।


यह ब्रेकथ्रू केवल तकनीकी विजय नहीं, बल्कि उत्तराखंड के चारधाम यात्रा मार्ग को सुगम बनाने और प्रदेश के समग्र विकास के लिए एक निर्णायक कदम भी है। इस परियोजना के अगले चरणों के पूरा होने पर यात्री परिवहन में सुविधा बढ़ेगी और यात्रा का समय भी काफी कम होगा, जिससे प्रदेश के पर्यटन और आर्थिक विकास को नई गति मिलेगी।

 
 
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