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चारधाम की परिक्रमा के बाद त्रिवेणीघाट पहुंची पवित्र छड़ी यात्रा, श्रद्धा और आस्था का उमड़ा सैलाब

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 9 जून
  • 1 मिनट पठन

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ऋषिकेश। सनातन धर्म की रक्षा एवं प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से षडर्शन साधु समाज एवं अखिल भारतीय सनातन धर्म रक्षा समिति द्वारा आयोजित पवित्र छड़ी यात्रा ने चारधाम के सफल दर्शन के उपरांत त्रिवेणीघाट स्थित गौरी शंकर मंदिर में प्रवेश किया। मंदिर प्रांगण में श्रद्धालुओं एवं संत समाज द्वारा यात्रा का भव्य स्वागत किया गया।


समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत गोपाल गिरी ने जानकारी देते हुए बताया कि यह पवित्र छड़ी यात्रा 14 अप्रैल को ऋषिकेश त्रिवेणीघाट से आरंभ हुई थी। यात्रा ने देवभूमि उत्तराखंड के चारों धाम—यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ—के दर्शन पूर्ण कर लिए हैं। यह यात्रा आदि गुरु शंकराचार्य अखाड़ा श्री शंभू पंचनाम दशनाम आह्वान नागा संन्यासी परंपरा से जुड़ी है।


यात्रा में देशभर के 13 प्रमुख अखाड़ों के साधु-संतों के साथ 124 संप्रदायों के प्रतिनिधि संत भी शामिल हैं। 7 जून को प्रातः 10 बजे यह यात्रा गौरी शंकर मंदिर पहुंची, जहाँ श्रद्धालुओं ने पवित्र छड़ी के दर्शन कर पुण्य अर्जित किया।


मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं को कड़ी चावल का प्रसाद वितरित किया गया। भक्तों में गहरी आस्था और उत्साह का वातावरण देखने को मिला। दर्शन के उपरांत यात्रा अपने अगले पड़ाव हरिद्वार के लिए रवाना हो गई।


इस अवसर पर महंत रवि गिरी, महंत सत्यनारायण गिरी, महंत छन्नू गिरी, महंत कार्तिक गिरी, महंत मिठा पुरी सहित अन्य संतों की गरिमामयी उपस्थिति रही।


यह यात्रा सनातन परंपरा की जीवंतता और भारत की आध्यात्मिक चेतना का प्रतीक मानी जा रही है।

 
 
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