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चारधाम यात्रा में हर पड़ाव पर मेडिकल निगरानी, 49 स्थायी केंद्र, 200 डॉक्टर और 154 एंबुलेंस तैनात

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 10 जून
  • 2 मिनट पठन

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चारधाम यात्रा में देश-दुनिया से उमड़ रही श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने कहा कि सरकार के लिए श्रद्धालुओं की आस्था और सुरक्षा दोनों महत्वपूर्ण हैं, और इसी सोच के साथ यात्रा मार्गों पर चिकित्सा सुविधाओं को त्रिस्तरीय स्तर पर सशक्त किया गया है।


5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं की हुई स्वास्थ्य स्क्रीनिं

डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि अब तक यात्रा में शामिल 5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य जांच (स्क्रीनिंग) की जा चुकी है। यह कार्य ई-स्वास्थ्य धाम पोर्टल के माध्यम से डिजिटल रूप से संचालित किया जा रहा है, जिससे हर श्रद्धालु का स्वास्थ्य डेटा सुरक्षित रूप से दर्ज किया जा रहा है।


तीन स्तरों पर तैनात स्वास्थ्य सेवाएं, विशेषज्ञ डॉक्टरों की फुल टीम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के निर्देशानुसार, इस बार यात्रा मार्ग पर स्वास्थ्य सेवाओं को त्रिस्तरीय ढांचे में व्यवस्थित किया गया है:


-49 स्थायी स्वास्थ्य केंद्र


-20 मेडिकल रिलीफ पोस्ट (MRP)


-57 स्क्रीनिंग कियोस्क, जिनमें हरिद्वार, ऋषिकेश, पौड़ी और विकासनगर में नए केंद्र शामिल हैं


-31 विशेषज्ञ डॉक्टर, जिनमें राज्य, केंद्र और निजी मेडिकल कॉलेजों से विशेषज्ञ तैनात


-200 मेडिकल ऑफिसर और 381 पैरामेडिकल स्टाफ


-154 एंबुलेंस और हेली एंबुलेंस सेवा भी सक्रिय


केदारनाथ में नया अस्पताल, गंभीर मरीजों के लिए हेली सेवा

इस वर्ष केदारनाथ धाम में 17 बेड का आधुनिक अस्पताल शुरू किया गया है, जिससे ऊंचाई पर आकस्मिक स्वास्थ्य संकट से निपटने में तेजी आई है। अब तक:


-29 श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य कारणों से यात्रा न करने की सलाह दी गई


-369 श्रद्धालुओं को एंबुलेंस से और


-33 श्रद्धालुओं को हेली एंबुलेंस सेवा से रेफर किया गया


इनमें अधिकतर मामले हाई ब्लड प्रेशर, श्वसन संबंधित समस्याएं, या ऑक्सीजन की कमी से जुड़े रहे।


ई-स्वास्थ्य धाम पोर्टल से जुड़ी निगरानी प्रणाली

यात्रा में स्वास्थ्य सेवाओं की निगरानी के लिए स्वास्थ्य विभाग ने ‘ई-स्वास्थ्य धाम पोर्टल’ तैयार किया है। इस पोर्टल के माध्यम से सभी स्क्रीनिंग केंद्र और MRP से रीयल टाइम डेटा अपडेट किया जा रहा है। इसके लिए संबंधित जिलों को 50 टैबलेट डिवाइसेज़ भी प्रदान किए गए हैं।


विशेष ध्यान: बुजुर्ग, हृदय रोगी और पहली बार आने वाले श्रद्धालु

डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि चारधाम यात्रा में हर साल बढ़ रही भीड़ में बड़ी संख्या में बुजुर्ग श्रद्धालु, दिल और फेफड़ों से संबंधित बीमारियों वाले लोग, तथा पहाड़ों में पहली बार आने वाले लोग शामिल होते हैं। उनके लिए ऊंचाई, ठंड और ऑक्सीजन की कमी खतरनाक साबित हो सकती है। इसी को ध्यान में रखते हुए इस बार स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सजग और आधुनिक किया गया है।

 
 
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