गंगा तट पर सुरों और साधना की शाम, एक्टर वरुण शर्मा परमार्थ निकेतन में हुए भावविभोर
- ANH News
- 27 जुल॰
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ऋषिकेश स्थित प्रतिष्ठित आध्यात्मिक स्थल परमार्थ निकेतन में शनिवार को बॉलीवुड अभिनेता वरुण शर्मा ने पहुँचकर आध्यात्मिक अनुभूति प्राप्त की। आश्रम के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती से मुलाकात कर उन्होंने आशीर्वाद लिया और जीवन, सेवा, और आध्यात्मिकता पर मार्गदर्शन प्राप्त किया।
गंगा तट पर आध्यात्मिक अनुभव: आरती में की भागीदारी
वरुण शर्मा ने परमार्थ निकेतन के गंगा घाट पर सायंकाल आयोजित होने वाली दिव्य गंगा आरती में सहभागी बनकर आध्यात्मिक शांति का अनुभव किया। यह आरती केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, पर्यावरण संरक्षण, जल संरक्षण तथा विश्व शांति का प्रतीकात्मक संदेश भी है।
स्वामी चिदानंद सरस्वती ने गंगा आरती के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा:
"यह आरती आत्मा को जोड़ने का माध्यम है। इसके माध्यम से हम न केवल नदी के प्रति श्रद्धा व्यक्त करते हैं, बल्कि प्रकृति और पर्यावरण के संरक्षण के लिए भी संकल्प लेते हैं।"

रुद्राक्ष का पौधा भेंट कर दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश
इस अवसर पर स्वामी चिदानंद सरस्वती ने वरुण शर्मा को रुद्राक्ष का पौधा भेंट किया। यह भेंट एक प्रतीकात्मक संदेश थी — यह बताने के लिए कि आध्यात्मिक चेतना और पर्यावरण संरक्षण एक-दूसरे के पूरक हैं। रुद्राक्ष का पौधा, जिसे शास्त्रों में दिव्य ऊर्जा का वाहक माना जाता है, पर्यावरण संतुलन और आत्मिक शुद्धता का प्रतीक भी है।
वरुण शर्मा ने इस दौरान कहा कि वह गंगा आरती में भाग लेकर बेहद भावुक और अभिभूत हैं। उन्होंने कहा कि:
"यह अनुभव मेरे जीवन के उन पलों में से है जो हमेशा मेरे दिल में रहेंगे। यहां आकर आत्मिक शांति मिली और यह अहसास हुआ कि हमें अपने पर्यावरण और संस्कृति के लिए कुछ करना चाहिए।"
वरुण शर्मा की यह आध्यात्मिक यात्रा न केवल व्यक्तिगत अनुभूति का क्षण थी, बल्कि यह एक प्रेरणादायक संदेश भी देती है — कि सिनेमा और समाज सेवा, आध्यात्मिकता और पर्यावरण चेतना को एक साथ लेकर चलना आज की आवश्यकता है।





