AIIMS स्वास्थ्य चिकित्सा, अनुसंधान के क्षेत्र में बेहतर कार्य कर रहा: धन सिंह रावत
- ANH News
- 18 सित॰
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अपडेट करने की तारीख: 19 सित॰

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश में स्वास्थ्य और शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत की मुख्य आतिथ्य में दो महत्वपूर्ण शोध अध्ययनों से संबंधित कार्यशाला का सफल आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य सामुदायिक स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूत बनाना था, जिससे प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और पहुंच दोनों में सुधार हो सके। डॉ. रावत ने अपने संबोधन में एम्स द्वारा उत्तराखंड में स्वास्थ्य, चिकित्सा और अनुसंधान के क्षेत्र में निरंतर उत्कृष्ट कार्य किए जाने की सराहना की और इसे राज्य के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन बताया। उन्होंने कहा कि एम्स के चिकित्सकों द्वारा जनस्वास्थ्य के क्षेत्र में किए जा रहे शोध कार्यों का लाभ सीधे आम जनता को मिलेगा और यह प्रदेश के स्वास्थ्य तंत्र को नई दिशा देगा।
एम्स की निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने डिजिटल तकनीकों एवं बहु-क्षेत्रीय सहयोग के माध्यम से मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त करने की संभावनाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इन प्रयासों से न केवल माताओं और नवजात शिशुओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि गैर-संचारी रोगों के प्रबंधन में भी उल्लेखनीय सुधार होगा। साथ ही, बच्चों में कुपोषण की समस्या को कम करने में भी यह पहल मददगार साबित होगी। प्रो. मीनू सिंह ने आशा कार्यकर्ताओं के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए यह भी कहा कि एम्स उनके प्रशिक्षण एवं सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि राज्य में गुणवत्तापूर्ण एवं सुलभ स्वास्थ्य सेवाएं हर नागरिक तक पहुंचाई जा सकें।
कार्यशाला में एम्स के डीन एकेडमिक प्रो. जया चतुर्वेदी, प्रो. एसके हांडू, प्रो. बी सत्याश्री, एसएचएसआरसी के नोडल ऑफिसर डॉ. कुलदीप मार्तोलिया समेत अन्य वरिष्ठ चिकित्सक एवं विशेषज्ञ भी उपस्थित थे। इस अवसर पर विभिन्न शोध परियोजनाओं और उनके प्रभावों पर विस्तार से चर्चा की गई, जिससे प्रदेश के स्वास्थ्य क्षेत्र में नए प्रयोगों और नवाचारों को बढ़ावा मिलेगा। इस कार्यशाला ने उत्तराखंड के स्वास्थ्य तंत्र को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया है, जो भविष्य में राज्य के लोगों के लिए बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का मार्ग प्रशस्त करेगा।





